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Weekly Muhurat (1 से 7 नवंबर 2021): दीपावली वीक के 7 दिन के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, जानिए यहां

Weekly Muhurat (1 से 7 नवंबर 2021): दीपावली वीक के 7 दिन के सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त, जानिए यहां - Weekly Muhurat 1 Nov TO 7 Nov 2021
(साप्ताहिक मुहूर्त : 1 नवंबर से 7 नवंबर 2021) 

ज्योतिष एवं धर्म की दृष्टि से किसी भी नए कार्य में मुहूर्तों का विशेष महत्व है। 'वेबदुनिया' पंचांग और चौघड़िए के आधार पर यहां आपके लिए लेकर आई हैं इस सप्ताह के अंतर्गत आनेवाले प्रतिदिन के खास मुहूर्त की सौगात। यहां पढ़ें गोवत्स द्वादशी से भाई दूज पर्व या दीपावली सप्ताह के 7 दिन के विशिष्ट मुहूर्त। अगर आप इन 7 दिनों में वाहन, नया घर खरीदने का विचार कर रहे हैं या कोई नया व्यापार आरंभ करने जा रहे हैं तो इस शुभ मुहूर्त में ही कार्य करें ताकि आपके कार्य सफलतापूर्वक संपन्न हो सकें। आइए जानें- 
 
1 नवंबर 2021, सोमवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल- प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक  
दिशा शूल-आग्नेय 
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त- रम्भा एकादशी व्रत(सर्वे.)/गोवत्स द्वादशी
यात्रा शकुन- मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सोमाय नम:।
आज का उपाय-सवत्सा श्वेत गाय को छैने की मिठाई खिलाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

2 नवंबर 2021, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण  
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर 
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-भौम प्रदोष/धन त्रयोदशी/धन्वन्तरि पूजन, धनतेरस।
यात्रा शकुन- दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-धन्वन्तरि पूजन कर स्वर्ण अथवा रजत मुद्रा क्रय करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

3 नवंबर 2021, बुधवार के शुभ मुहूर्त 
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी/चतुर्दशी (क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-हस्त
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/नरक चतुर्दशी, नरक चौदस
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-सूर्योदय से पूर्व स्नान कर सायंकाल दक्षिण दिशा की ओर यमदीप दान हेतु चौमुखा दीपक प्रज्ज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

4 नवंबर 2021, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-कृष्ण
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अमावस्या
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-चतुष्पद
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-दक्षिण  
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-दीपमालिका पूजन/श्री महालक्ष्मी पूजन/दीपावली पर्व। 
यात्रा शकुन- बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-श्रीयंत्र की स्थापना कर महालक्ष्मी का पूजन करें एवं दीपमालिका प्रज्ज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

5 नवंबर 2021, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-प्रतिपदा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-आयुष्मान
करण (सूर्योदयकालीन)-किंस्तुघ्न
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य 
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थसिद्धि योग/अन्नकूट/श्रीगिरिराज गोवर्धन पूजन
यात्रा शकुन- शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-श्रीगिरिराज की पूजन कर अन्नकूट का भोग लगाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

6 नवंबर 2021, शनिवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण 
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-हेमन्त
संवत्सर नाम-आनन्द
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-शोभन
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय- प्रात: 7:35 से 9:11, 1:57 से 5:08 बजे तक
राहुकाल- प्रात: 9:00 से 10:30 तक
दिशा शूल-पूर्व
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित 
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-भाईदूज/यम द्वितीया
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-यमुना स्नान कर बहन के घर भोजन करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।

7 नवंबर 2021, रविवार के शुभ मुहूर्त
 
शुभ विक्रम संवत्-2078, शक संवत्-1943, हिजरी सन्-1442, ईस्वी सन्-2021
अयन-दक्षिणायण
मास-कार्तिक
पक्ष-शुक्ल
संवत्सर नाम-आनन्द
ऋतु-हेमन्त
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-तृतीया
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-अतिगण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-तुला
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32 
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम 
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित 
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन- इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में पीताम्बर दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
 
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
 
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र
सम्पर्क: [email protected]