Weekly Calendar 2024 : वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहा हैं, 17 से 23 जून 2024 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, इसमें आप जानेंगे आने वाले दिवस, व्रत-त्योहार, ग्रह गोचर के बारे में खास जानकारी एक साथ।
(साप्ताहिक शुभ मुहूर्त 17 जून से 23 जून तक)
17 जून 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-चित्रा
योग (सूर्योदयकालीन)-परिघ
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-निर्जला (भीमसेनी) एकादशी व्रत-(स्मार्त)
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को श्वेत वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
18 जून 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-शिव
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-तुला
व्रत/मुहूर्त-निर्जला(भीमसेनी) एकादशी व्रत-(वैष्णव/निम्बार्क)-पंचांग भेद-(सर्वे)/त्रिपुष्कर योग
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को लाल वस्त्र एवं लाल फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
19 जून 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-सिद्ध
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थित-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-प्रदोष व्रत/सर्वार्थसिद्धि योग/अमृतसिद्धि योग
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकले।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को कांस्य पात्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
20 जून 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-साध्य
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-मूल प्रारम्भ/सर्वार्थसिद्धि योग/नामकरण/अन्नप्राशन/वर्षा ऋतु प्रारम्भ
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में स्वर्ण का मोती चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
21 जून 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-शुभ
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/वट सावित्री पूर्णिमा
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्ष्मी मंदिर में मीठा दही चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
22 जून 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-ज्येष्ठ
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-पूर्णिमा
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-स्नान/दान पूर्णिमा
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनि मंदिर में इमरती चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
23 जून 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-आषाढ़
पक्ष-कृष्ण
ऋतु-वर्षा
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वितीया,(प्रतिपदा-क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-तैतिल
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मिथुन
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-अस्त
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-त्रिपुष्कर योग/सर्वार्थसिद्धि योग
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारम्भ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को लाल वस्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र