Weekly Muhurat in Hindi: यहां वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहा हैं, अप्रैल 2024 के सप्ताह के शुभ मुहूर्त से संबंधित खास सामग्री। जानिए 15 से 21 अप्रैल 2024 तक के साप्ताहिक शुभ मुहूर्त, जिसमें आप जानेंगे आने वाले दिवस, व्रत-त्योहार, ग्रह गोचर के बारे में खास जानकारी एकसाथ।
(साप्ताहिक मुहूर्त : 15 अप्रैल से 21 अप्रैल 2024 तक)
15 अप्रैल 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-20801, शक संवत्-1946, हिजरी सन्-1445, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुनर्वसु
योग (सूर्योदयकालीन)-सुकर्मा
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सर्वार्थसिद्धि योग/अन्नप्राशन/नामकरण संस्कार
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-शिव मंदिर में दुग्धाभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
16 अप्रैल 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, हिजरी सन्-1445, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पुष्य
योग (सूर्योदयकालीन)-धृति
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-श्री दुर्गाष्टमी/अशोकाष्टमी/वाहन क्रय
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-दुर्गा मंदिर में लाल चुनरी चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
17 अप्रैल 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, हिजरी सन्-1445, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-शूल
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कर्क
व्रत/मुहूर्त-श्री राम नवमी/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-राम मंदिर में हरे फल भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
18 अप्रैल 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, हिजरी सन्-1445, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-आश्लेषा
योग (सूर्योदयकालीन)-गण्ड
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-वधू प्रवेश
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
19 अप्रैल 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, हिजरी सन्-1445, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वसन्त
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मघा
योग (सूर्योदयकालीन)-वृद्धि
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-सिंह
व्रत/मुहूर्त-कामदा एकादशी व्रत (सर्वे.)/मूल समाप्त
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को भोजन उपरान्त चांदी की कोई वस्तु भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
20 अप्रैल 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-ध्रुव
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त-विष्णु द्वादशी
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-ज़रूरतमंदों को काला छाता दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
21 अप्रैल 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-उत्तरायण
मास-चैत्र
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-ग्रीष्म
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-त्रयोदशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराफाल्गुनी
योग (सूर्योदयकालीन)-व्याघात
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-मेष
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-दक्षिण
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-कन्या
व्रत/मुहूर्त- श्री महावीर जयंती, प्रदोष व्रत
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में बेल का फल चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र