Shubh Muhurat in August 2024 : यहां वेबदुनिया अपने प्रिय पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहा हैं साप्ताहिक शुभ मुहूर्त। यहां आप जानेंगे 12 से 18 अगस्त 2024 तक के ग्रह गोचर, व्रत-त्योहार, आने वाले विशेष दिनों के बारे में हर जानकारी एक साथ...
(साप्ताहिक शुभ मुहूर्त 12 अगस्त से 18 अगस्त तक)
12 अगस्त 2024, सोमवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-सोमवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-सप्तमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-स्वाति
योग (सूर्योदयकालीन)-शुक्ल
करण (सूर्योदयकालीन)-वणिज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30 तक, 9:00 से 10:30 तक, 3:31 से 6:41 तक
राहुकाल-प्रात: 7:30 से 9:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-वायव्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/सोमव्रत
यात्रा शकुन-मीठा दूध पीकर यात्रा करें।
आज का मंत्र-ॐ सौं सौमाय नम:।
आज का उपाय-शिवलिंग का नर्मदाजल से अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पलाश के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
13 अगस्त 2024, मंगलवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-मंगलवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-अष्टमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-विशाखा
योग (सूर्योदयकालीन)-ब्रह्म
करण (सूर्योदयकालीन)-बव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय-10:46 से 1:55, 3:30 5:05 तक
राहुकाल- दोप. 3:00 से 4:30 बजे तक
दिशा शूल-उत्तर
योगिनी वास-ईशान
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-रवियोग
यात्रा शकुन-दलिया का सेवन कर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ अं अंगारकाय नम:।
आज का उपाय-हनुमान मंदिर में पंचमुखा दीपक प्रज्वलित करें।
वनस्पति तंत्र उपाय- खैर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
14 अगस्त 2024, बुधवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-बुधवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-नवमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-अनुराधा
योग (सूर्योदयकालीन)-ऐंन्द्र
करण (सूर्योदयकालीन)-कौलव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 9:11, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल- दोप. 12:00 से 1:30 बजे तक
दिशा शूल-ईशान
योगिनी वास-पूर्व
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थित-वृश्चिक
व्रत/मुहूर्त-सर्वार्थ अमृतसिद्धि योग/मूल प्रारंभ
यात्रा शकुन-हरे फ़ल खाकर अथवा दूध पीकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ब्रां ब्रीं ब्रौं स: बुधाय नम:।
आज का उपाय-किसी बटुक को धर्मशास्त्र भेंट करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-अपामार्ग के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
15 अगस्त 2024, गुरुवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-गुरुवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-दशमी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-ज्येष्ठा
योग (सूर्योदयकालीन)-वैधृति
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 6:00 से 7:30, 12:20 से 3:30, 5:00 से 6:30 तक
राहुकाल-दोप. 1:30 से 3:00 बजे तक
दिशा शूल-आग्नेय
योगिनी वास-उत्तर
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/पुत्रदा एकादशी व्रत (स्मार्त)-पंचांग भेद
यात्रा शकुन-बेसन से बनी मिठाई खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं स: गुरुवै नम:।
आज का उपाय-किसी विप्र को स्वर्ण दान करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-पीपल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
16 अगस्त 2024, शुक्रवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-शुक्रवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-एकादशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-मूल
योग (सूर्योदयकालीन)-विषकुम्भ
करण (सूर्योदयकालीन)-विष्टि
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00 तक
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-आग्नेय
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-धनु
व्रत/मुहूर्त-पुत्रदा एकादशी व्रत (सर्वे)/मूल समाप्त
यात्रा शकुन-शुक्रवार को मीठा दही खाकर यात्रा पर निकलें।
आज का मंत्र-ॐ द्रां द्रीं द्रौं स: शुक्राय नम:।
आज का उपाय-लक्षमी मंदिर में छैने से बनी मिठाई चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-गूलर के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
17 अगस्त 2024, शनिवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-शनिवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-द्वादशी/त्रयोदशी-(क्षय)
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-पूर्वाषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-प्रीति
करण (सूर्योदयकालीन)-बालव
लग्न (सूर्योदयकालीन)-कर्क
शुभ समय- 7:30 से 10:45, 12:20 से 2:00
राहुकाल-प्रात: 10:30 से 12:00 बजे तक
दिशा शूल-वायव्य
योगिनी वास-नैऋत्य
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-शनि प्रदोष
यात्रा शकुन-शर्करा मिश्रित दही खाकर घर से निकलें।
आज का मंत्र-ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनयै नम:।
आज का उपाय-शनिदेव का तिल का तेल से अभिषेक करें।
वनस्पति तंत्र उपाय-शमी के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
18 अगस्त 2024, रविवार के शुभ मुहूर्त
शुभ विक्रम संवत्-2081, शक संवत्-1946, ईस्वी सन्-2024
संवत्सर नाम-कालयुक्त
अयन-दक्षिणायण
मास-श्रावण
पक्ष-शुक्ल
ऋतु-वर्षा
वार-रविवार
तिथि (सूर्योदयकालीन)-चतुर्दशी
नक्षत्र (सूर्योदयकालीन)-उत्तराषाढ़ा
योग (सूर्योदयकालीन)-आनन्द
करण (सूर्योदयकालीन)-गरज
लग्न (सूर्योदयकालीन)-सिंह
शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
दिशा शूल-पश्चिम
योगिनी वास-पश्चिम
गुरु तारा-उदित
शुक्र तारा-उदित
चंद्र स्थिति-मकर
व्रत/मुहूर्त-भद्रा/रवियोग
यात्रा शकुन-इलायची खाकर यात्रा प्रारंभ करें।
आज का मंत्र-ॐ घृणि: सूर्याय नम:।
आज का उपाय-विष्णु मंदिर में आठ बादाम चढ़ाएं।
वनस्पति तंत्र उपाय-बेल के वृक्ष में जल चढ़ाएं।
(निवेदन-उपर्युक्त विवरण पंचांग आधारित है पंचांग भेद होने पर तिथि/मुहूर्त/समय में परिवर्तन होना संभव है।)
-ज्योतिर्विद् पं. हेमन्त रिछारिया
प्रारब्ध ज्योतिष परामर्श केन्द्र