गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. ज्योतिष आलेख
  4. Phalguna Month Vrat Tyohar List 2025
Written By WD Feature Desk
Last Updated : गुरुवार, 13 फ़रवरी 2025 (17:05 IST)

Falgun month: फाल्गुन मास के व्रत त्योहारों की लिस्ट

Falgun month: फाल्गुन मास के व्रत त्योहारों की लिस्ट - Phalguna Month Vrat Tyohar List 2025
Phalguna Vrat Tyohar Calendar: वर्ष 2025 में फाल्गुन महीने की शुरुआत 13 फरवरी, दिन गुरुवार से हो चुकी है तथा इस महीने का समापन 14 मार्च  को होगा। फाल्गुन माह हिन्दू पंचांग का अंतिम महीना है तथा इस माह कई व्रत और त्योहार पड़ते हैं। मान्यतानुसार वसंत ऋतु के आगमन यह महीना प्रेम के लिहाज से भी महत्वपूर्ण कहा गया है। इस महीने महाशिवरात्रि तथा होली का पर्व भी मनाया जाता है।ALSO READ: Falgun Maah 2025: फाल्गुन मास का क्या है महत्व और क्यों पुराणों में हैं इसकी महिमा का गान?
 
आइए यहां जानते हैं फाल्गुन माह के फेस्टिवल की संपूर्ण सूची....
 
1. 16 फरवरी द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी : प्रतिमाह कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत रखा जाता है। इस दिन विधिपूर्वक भगवान गणेश की पूजा करने से सभी कष्टों से मुक्ति मिलने की भी मान्यता है। 
 
2. 20 फरवरी सीताष्टमी पर्व : इस अवसर पर 20 फरवरी को श्री जानकी प्रकटोत्सव या सीताष्टमी पर्व मनाया जाएगा तथा माता शबरी की जयंती मनाई जाएगी।
 
3. 22 फरवरी गुरु रामदास नवमी : इस वर्ष 22 फरवरी को फाल्गुन मास की कृष्ण नवमी तिथि पर रामदास नवमी मनाई जा रही है।
 
4. 24 फरवरी को विजया एकादशी : फरवरी में विजया एकादशी व्रत 24 फरवरी को मनाया जाएगा, जो कि फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि पर मनाया जाता है। मान्यतानुसार इस एकादशी व्रत से भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
 
5. 25 फरवरी भौम प्रदोष व्रत : कर्ज से मुक्ति दिलाने वाला भौम प्रदोष व्रत 25 फरवरी को मनाया जा रहा है, जो कि फाल्गुन कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर पड़ता है।  यह व्रत पुण्यफल देने वाला तथा समस्त सुख-सुविधाओं की प्राप्ति कराने वाला माना गया है। 
 
6. 26 फरवरी महाशिवरात्रि पर्व : इस वर्ष महाशिवरात्रि 26 फरवरी, बुधवार को मनाई जाएगी, जो कि फाल्गुन महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि पर पड़ती है तथा भगवान शिव और माता पार्वती को समर्पित यह पर्व मनाया जाता है। इस व्रत के पूजन से भोलेनाथ अपने भक्तों की समस्त इच्छा पूर्ण करते हैं। 
 
7. 27 फरवरी फाल्गुन अमावस्या : इस बार 27 फरवरी, गुरुवार को फाल्गुन मास की अमावस्या मनाई जा रही है, इसे फाल्गुनी अमावस्या के नाम से भी जाना जाता है। 
 
8. 2 मार्च रमजान मास : इस वर्ष 2 मार्च से रमजान माह शुरू होने की उम्मीद है, 30 दिनों तक चलने वाला रमजान के महीने में लोग रोजा रखकर व्रत रखते है तथा चांद दिखने के हिसाब से 31 मार्च को रमजान समाप्त होगा। 
 
9. 3 मार्च विनायकी चतुर्थी : इस वर्ष 03 मार्च को विनायकी चतुर्थी व्रत किया जाएगा, जो कि फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि पर मनाया जाएगा। यह व्रत विघ्नहर्ता भगवान गणेश को समर्पित होता है। 
 
10. 7 मार्च होलाष्टक शुरू : हर साल होली से 8 दिन पहले होलाष्टक का आरंभ होता है, जो कि होलिका दहन तक जारी रहता है। इस बार फाल्गुन मास में होलाष्टक 7 मार्च, शुक्रवार से शुरू होकर 14 मार्च तक चलेगा। 
 
11. 8 मार्च अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस : प्रतिवर्ष की तरह इस बार भी 08 मार्च को महिलाओं को समर्पित दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाएगा। 
 
12. 10 मार्च आमलकी एकादशी : आमलकी एकादशी व्रत 10 मार्च को किया जाएगा। साथ ही फाल्गुन मास इस एकादशी के पड़ने के कारण इसे रंगभरी एकादशी भी कहा जाता है। यह व्रत मोक्ष प्राप्ति दिलाने वाला माना गया होती है। 
 
13. 11 मार्च मेला खाटू श्याम : फाल्गुन मास इस द्वादशी तिथि पर 11 मार्च को खाटू श्याम जी मेला तथा भौम प्रदोष व्रत रखा जाएगा।
 
14. 13 मार्च होलिका दहन : इस वर्ष 13 मार्च फाल्गुन शुक्ल चतुर्दशी तिथि तथा व्रतादि पूर्णिमा पर होलिका दहन किया जाएगा। 
 
15. 14 मार्च होली धुलेंड़ी पर्व : वर्ष 2025 में फाल्गुन मास के अंतिम दिन यानि 14 मार्च को फाल्गुन पूर्णिमा के अवसर पर स्नान-दान की पूर्णिमा और रंगों का पर्व होली मनाया जाएगा। यह दिन रंगों से होली खेलने हेतु महत्वपूर्ण माना जाता है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।