Benefits of planting Neem tree: हिंदू धर्म के अनुसार घर घर में नीम का पेड़ होना चाहिए। आयुर्वेद में इसे वैद्य माना गया है। ज्योतिष में यह मंगल देव और मंगल ग्रह का प्रतिनिधित्व करता है। जहां मंगल होता है वहां मंगल ही मंगल होता है।
बरगद एक लगाइए, पीपल रोपें पांच।
घर-घर नीम लगाइए, यही पुरातन सांच।
विश्व ताप मिट जाए, होय हर जन मन गद गद।
धरती पर त्रिदेव हैं, नीम- पीपल और बरगद।
1. वास्तुदोष का निदान: घर के दक्षिण भाग में नीम का पेड़ लगाने से सभी वास्तु दोष दूर होते हैं। दक्षिण मुखी मकान के सामने तो निश्चित ही नीम का वृक्ष लगाएं।
2. मंगल दोष का निवारण: घर के आसपास नीम लगा होने से मंगल दोष और शनि का दोष भी दूर होता है, क्योंकि नीम में साक्षात मंगल देव का निवास होता। नीम की दातुन करते रहने से मंगल के दोष दूर होते हैं।
3. शनि दोष का निवारण: नीम की लकड़ी से हवन करने से शनि की शांति होती है। नीम की लड़की की माला धारण करने से शनि की पीड़ा समाप्त हो जाती है। नीम की दातुन करने से भी शनि पीड़ा का निवारण होता है।
4. केतु दोष दूर: नीम के पत्तों को जल में डालकर स्नान करने से केतु संबंधी समस्याएं दूर होती हैं। अकाल मौत नहीं होती है।
5. दांतों के रोगों का निवारण: नीम की दातुन करते रहने से दांत के बैक्टीरिया मर जाते हैं। दांत और मसूड़ों में किसी भी प्रकार के कीड़े नहीं रहते हैं।
6. त्वचा रोग में लाभ: नीम की लड़की के बने पलंग पर सोने से त्वचा रोग दूर होते हैं। नीम के तेल और छाल के प्रयोग से कुष्ठ रोग दूर होता है। हाल ही में हुए शोधों से पता चला है कि नीम के नीचे प्रतिदिन आधा घंटा बैठने से किसी भी प्रकार का चर्म रोग नहीं होता। नीम के पत्ते खाने से किसी भी प्रकार का कैंसर नहीं होता।
7. शत्रु निवारण: नीम के वृक्ष को वायव्य कोण में लगाना भी अत्यंत शुभ फलदायी होता है। इससे धन और शत्रु संबंधी समस्या का निवारण होता है।
8. हनुमानजी की कृपा मिलेगी: मंगलवार को नीम के पेड़ में शाम को जल चढ़ाएं और चमेली के तेल का दीपक जलाएं। ऐसा कम से कम 11 मंगलवार करें। इससे हनुमानजी की कृपा प्राप्त होगी। घर के पास नीम का पेड़ लगाने और नित्य इसमें जल अर्पित करने से हनुमानजी की भी कृपा बनी रहती है।
9. इस नक्षत्र और राशि के लोग लगाएं नीम का पेड़: यदि आपका जन्म उत्तराभाद्रपद नक्षत्र में हुआ है या आपकी राशि मकर या कुंभ राशि है तो नीम का पेड़ लगाना बहुत ही शुभ फलदायी होगा।
10. अश्वमेघ यज्ञ का फल: ज्येष्ठ माह में कहीं पर भी नीम का पेड़ लगाने से अश्वमेध यज्ञ का फल मिलता है और कई गुना पुण्य मिलता है।