सोमवार, 30 दिसंबर 2024
  • Webdunia Deals
  1. धर्म-संसार
  2. ज्योतिष
  3. ज्योतिष आलेख
  4. Akshaya Tritiya Muhurt And Shubh Yoga
Written By
Last Modified: सोमवार, 2 मई 2022 (16:13 IST)

Akshaya Tritiya 2022 : मंगलवार को स्वयंसिद्ध मुहूर्त में मनेगी आखातीज, जानिए शुभ संयोग

Akshaya Tritiya Festival
3 मई 2022 मंगलवार के दिन अक्षय तृतीया मनाई जाएगी। यह तिथि अक्षय या अबूझ है। इस दिन स्वयंसिद्ध मुहूर्त रहता है। इस दिन विवाह करना, खरीदारी करना, नया कार्य या व्यापार प्रारंभ करना, गृह प्रवेश और गृह निर्माण का कार्य करना शुभ होता है। इस बार आखातीज बहुत ही शुभ संयोग में मनाई जाएगी।
 
 
महामुहूर्त (Akshaya tritiya Muhurt 2022): 3 मई 2022 दिन मंगलवार को वैशाख माह शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि है जो अगले दिन 03:17 AM तक रहेगी। इस दिन अबूझ मुहूर्त रहेगा। यानी की पूरे दिन ही शुभ मुहूर्त रहेगा। इसे स्वयंसिद्ध मुहूर्त भी कहते हैं। फिर भी जानिए 3 महामुहूर्त।
 
 
1. पूजा के मुहूर्त : सुबह 5:39 से दोपहर 12:08 तक। 
 
2. अभिजीत मुहूर्त : सुबह 11:58 से दोपहर 12:50 तक। 
 
3. सोना या अन्य वस्तुएं खरीदने का शुभ मुहूर्त : सुबह 5:39 से दोपहर 13:21 तक।
 
4. विजय मुहूर्त : दोपहर 02:34 से 03:26 तक।
 
Shubh Muhurta
शुभ संयोग (Akshaya tritiya Subha Yog 2022):
 
1. मंगल रोहिणी युति : अक्षय तृतीया मंगलवार को है और इस दिन रोहिणी नक्षत्र रहेगा। इस संयोग के कारण दुर्लभ मंगल रोहिणी योग बन रहा है। अक्षय तृतीया रोहिणी नक्षत्र, शोभन योग, तैतिल करण और वृषभ राशि के चंद्रमा के साथ आ रही है।
 
2. राजयोग : इस दिन 3 राजयोग बन रहे हैं- शुक्र के अपनी उच्च राशि में होने से मालव्य राजयोग, गुरु के मीन राशि में होने से हंस राजयोग और शनि के अपने घर में विद्यमान होने से शश राजयोग बन रहा है।
 
3. दुर्लभ ग्रह योग : वर्षों के बाद ग्रहों के ऐसे संयोग बन रहे हैं जबकि सूर्य, चंद्रमा, शुक्र उच्च राशि में और गुरु, शनि अपनी ही राशि में रहेंगे। करीब 50 वर्षों के बाद ऐसा संयोग बनेगा जब 2 ग्रह उच्च राशि में और 2 प्रमुख ग्रह स्वराशि में स्थित होंगे। शुक्र, सूर्य, चंद्र, गुरु और शनि की ऐसी शुभ स्थिति अब करीब 100 वर्षों तक नहीं बनेगी। इस दिन 5 ग्रहों की अनुकूल स्थिति में होना इस दिन को और भी खास बनाता है।
 
4. अन्य शुभ योग : ज्योतिषों के अनुसार इस दिन शोभन योग भी है। साथ ही केदार योग, शुभ कर्तरी योग, उभयचरी योग, विमल योग और सुमुख नाम के पांच राजयोग भी बन रहे हैं।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।
ये भी पढ़ें
परशुराम जयंती 2022 : पिता के कहने पर परशुरामजी ने क्यों काट दी थी मां की गर्दन, फिर मांगे 4 वरदान