विक्रम संवत 2070 : कैसा होगा भविष्य
विक्रम संवत 2070 कैसा रहेगा हमारे लिए
कल्पादि से गत वर्ष 1972949114, सृष्टि संवत् 1955885114, श्रीविक्रम संवत् 2070, शक संवत् 1935, श्रीकृष्ण जन्म संवत् 5249, कलि-संवत् 5114, सप्तर्षि-संवत् 5089, श्री जैन महावीर निर्वाण संवत् 2538-39, श्रीबुद्ध संवत् 2636-37, हिजरी सन् 1434-35, फलसी सन् 1420-21, ईस्वी सन् 2013-2014।वर्षारंभ में गुरुमान से विष्णुविंशति का 'पराभव' नामक संवत्सर है। (यह विष्णुविशंति का अंतिम संवत्सर है।) इसका फल शास्त्रों में इस प्रकार लिखा है। पराभव नामक संवत्सर में शासक वर्ग, जिला प्रमुख, राज्य सरकार, न्यायाधीशों द्वारा आमजन परेशानी का अनुभव करेंगे। अनेक प्रांतों में खाद्यान्य व पेयजल की कमी महसूस करेंगे।
इस संवत् का राजा (ग्रह परिषद् के प्रधान) गुरु, मत्री शनि, सस्येश चौमासी फसलों के स्वामी मंगल, धान्येश शीतकालीन फसलों के स्वामी सूर्य, मेघेश मौसमी फसलों के स्वामी शुक्र, रसेस गुड़-खांड, रसकस आदि के स्वामी गुरु, नीरसेस सर्वविध धातु व्यापार के स्वामी मंगल, फलेश फल-फूल आदि के स्वामी शुक्र, धनुश धन-दौलत के एवं खजाना के स्वामी चंद्र एवं दुर्गेश सुरक्षा एवं प्रतिरक्षा के स्वामी शुक्र हैं।