ग्रहों का राशि और नक्षत्र में प्रवेश के आधार पर यहाँ महँगाई में तेजी-मंदी का विवरण दिया जा रहा है। सूर्य-बुध-शुक्र एक ही राशि में होने से सब धान्यों के भावों में वृद्धि होगी। 6 जून से बुध के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश से तिल, सूत, कपास महँगे होंगे।
21 जून को मंगल कर्क राशि से सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इसके फलस्वरूप सोना-चाँदी, ताँबा और लाल रंग की वस्तुओं में तेजी आएगी। 6 जुलाई को शुक्र कर्क राशि में प्रवेश करेगा, इसके प्रभाव से सब रस पदार्थ महँगे होंगे तथा धान्य पदार्थ सस्ते रहेंगे।
ग्रहों का राशि और नक्षत्र में प्रवेश के आधार पर यहाँ महँगाई में तेजी-मंदी का विवरण दिया जा रहा है। सूर्य-बुध-शुक्र एक ही राशि में होने से सब धान्यों के भावों में वृद्धि होगी। 6 जून से बुध के रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश से तिल, सूत, कपास महँगे होंगे।
1 अगस्त को शुक्र सिंह राशि में प्रवेश करेगा। इसके फलस्वरूप सोना, सभी प्रकार की लाल वस्तुएँ तथा पशु और सभी धान्य महँगे होंगे। 9 अगस्त से मंगल का कन्या राशि में प्रवेश होगा। इससे चंदन, रेशमी वस्त्र, लाल वस्तुएँ तथा लाल रंग का द्रव्य सभी में तेजी के आसार दृष्टिगोचर होते हैं। 6 अगस्त को बुध सिंह राशि में प्रवेशित होगा। इससे देवदारू स्वर्ण में तेजी के आसार हैं।
सूर्योदय से- 24 अगस्त 2008 की कुंडली
WD
बुध का कन्या राशि में प्रवेश होने से स्वर्ण तथा शक्कर 6 माह तक लाभ देंगे। इसके पश्चात मूल्यों में गिरावट आएगी। 25 अगस्त से शुक्र कन्या राशि में प्रवेश करेगा। इससे धान्यों का नाश होता है। अत: धान्यों के मूल्य में वृद्धि होगी साथ ही चावल के दाम भी बढ़ सकते हैं। 6 और 7 सितंबर (अर्थात भाद्रपद शुक्ल सप्तमी) को दो सप्तमी का होना धान्यों के मूल्यों में कमी को रेखांकित करता है। 15 सितंबर को मंगल चित्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इससे चावल तथा गेहूँ के भावों में तेजी का रुख रहेगा।
यदा दैत्यगुरुश्चैव तुला राशि प्रवर्तते- 25 सितंबर से मंगल तुला राशि में और 19 सितंबर से शुक्र का तुला राशि में प्रवेश हो रहा है। इससे धान्य महँगे तथा उड़द, मूँग, सूत कपास आदि वस्तुएँ विशेष रूप से महँगी होंगी। शुक्र के प्रभाव से स्वर्ण में तेजी और रुई तथा चाँदी के भावों में पहले तेजी बाद में मंदी आती है यानी चाँदी के भाव में घटबढ़ होती रहेगी।
30 सितंबर से बुध वक्र गति से चलते हुए अस्त हो रहा है। इसके प्रभाव से चाँदी के भाव में भारी तेजी होगी। 4 अक्टूबर को शुक्र वृश्चिक राशि में प्रवेश करेगा। इससे अनाज में मंदी होगी। 5 अक्टूबर से मंगल स्वाति नक्षत्र में प्रवेश करेगा इससे ऊनी वस्त्रों के भाव बढ़ने की संभावना रहेगी। रुई और गेहूँ के भावों में भी तेजी का रुख रहेगा। जबकि मंगल के अस्त होने से रुई के भाव घटेंगे। गेहूँ, चना, गुड़ और अलसी के भावों में तेजी होगी।
मंगल का विशाखा नक्षत्र में प्रवेश रुई कपास और गेहूँ के भावों में वृद्धि कराएगा। 27 अक्टूबर को शुक्र का ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश सोने और चाँदी के भावों में कमी लाएगा तथा अनाज के भाव भी घटेंगे। 1 नवंबर से बुध तुला राशि में प्रवेश करेगा। इससे मूँगफली, अलसी, सरसों तथा चाँदी के भाव में कमी आएगी। रुई, गुड़, सोने के भाव में तेजी रहेगी।
8 दिसंबर से बुध के धनु राशि में प्रवेश करने से रुई कपास, चाँदी के भाव में कमी रहेगी। मंगल का ज्येष्ठा नक्षत्र में प्रवेश होने से रुई के भावों में घटबढ़ होती रहेगी। 23 दिसंबर से शुक्र धनिष्ठा में होने से उड़द तेज, बुध पश्चिम में उदय होने से घी, तेल, सरसों, अरण्डी आदि में तेजी का रुख रहेगा।