Transit of Venus in Aquarius 2025: ज्योतिष शास्त्र में शुक्र ग्रह को भौतिक सुख सुविधाओं का कारक ग्रह माना जाता है, वर्तमान समय में शुक्र का कुंभ राशि पर गोचर सभी 12 राशियों पर तथा देश दुनिया पर विशेष प्रभाव रखने वाला है। शुक्र ग्रह 28 दिसंबर 2024 को मकर राशि से कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे तथा 28 दिसंबर 2024 से 28 जनवरी 2025 तक कुंभ राशि पर विराजमान रहेंगे। इसके बाद 28 जनवरी को शुक्र राशि परिवर्तन करके मीन राशि में गोचर करेंगे। शुक्र का कुंभ राशि में गोचर विशेष प्रकार का फल देने वाला होगा, क्योंकि शनि भी वर्तमान में अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ पर विराजमान है। शुक्र के कुंभ राशि में गोचर से शनि शुक्र की विशेष युति बनेगी। शनि शुक्र के योग के प्रभाव से समस्त राशियों पर इसका सकारात्मक तथा नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष शास्त्र में कुंभ राशि पुरुष राशि मानी गई है तथा शुक्र की मित्र राशि है। शुक्र शनि के साथ में अपने मित्र राशि में एक महीने तक गोचर करेंगे इसके प्रभाव से व्यक्तियों की भौतिक इच्छाओं की पूर्ति पूर्ण होने की संभावना है तथा व्यक्तिगत खर्चे में भी बढ़ोतरी होगी। शुक्र के गोचर का समस्त 12 राशियों पर प्रभाव इस प्रकार रहेगा।
1. मेष राशि : मेष राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर लाभ भाव में होने वाला है, शुक्र के गोचर के प्रभाव के कारण जातक को परिवार कुटुंब तथा जीवनसाथी से लाभ प्राप्ति होगी एवं परिवार के लोगों से संबंध में सुधार होगा।
2. वृषभ राशि : वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर दशम भाव में होगा, दशम भाव में शुक्र शनि की युति के प्रभाव से जातक का संपूर्ण ध्यान अपने कार्य पर रहेगा तथा कुछ अच्छे अवसर भी व्यक्ति को प्राप्त हो सकते हैं।
3. मिथुन राशि : मिथुन राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर नवम भाव अर्थात भाग्य भाव में रहेगा। भाग्य भाव में शनि के साथ शुक्र की युति विशेष फलदायी होगी तथा धार्मिक यात्रा का योग बनेगा, शुक्र के प्रभाव से जातक की रुचि अध्यात्म में बढ़ेगी।
4. कर्क राशि : कर्क राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर अष्टम भाव में रहेगा, शनि के साथ युति के प्रभाव से जातक की आयु वृद्धि होगी तथा व्यक्ति का पैसा सुख सुविधा अथवा भौतिक इच्छाओं की पूर्ति में खर्च होगा।
5. सिंह राशि : सिंह राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर सप्तम भाव में होगा, शुक्र को प्रेम का कारक माना जाता है, सप्तम भाव में शुक्र के आने से जीवनसाथी के साथ अनुकूलता बढ़ेगी तथा जीवनसाथी के साथ संबंध मधुर होंगे और अविवाहित लोगों को विवाह का सुख प्राप्त हो सकता है।
6. कन्या राशि : कन्या राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर छठे भाव में होगा, छठे स्थान में शुक्र की युति शनि के साथ बनेगी इसके प्रभाव से व्यर्थ के विवाद से व्यक्ति को बचने की सलाह दी जाती है तथा स्वास्थ्य का भी ध्यान रखें।
7. तुला राशि : तुला राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर पंचम भाव में रहेगा, पंचम भाव को प्रेम का भाव माना जाता है तथा प्रेम का कारक ग्रह पंचम भाव में होने से अपना शुभ प्रभाव व्यक्ति को देगा जातक को अपने प्रेम की प्राप्ति हो सकती है तथा रचनात्मक बुद्धि का पूरा लाभ मिलेगा।
8. वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर चतुर्थ भाव में रहेगा, चतुर्थ भाव को सुख का भाव माना जाता है। अतः शुक्र का गोचर यहां पर अपना शुभ प्रभाव देगा तथा जातक भौतिक सुखों की प्राप्ति के लिए धन खर्च कर सकता है।
9. धनु राशि : धनु राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर तृतीय भाव में होगा, शनि शुक्र की युति के प्रभाव से जातक के पराक्रम मान सम्मान प्रतिष्ठा में विशेष वृद्धि होगी तथा घूमने के लिए यात्रा के योग बनेंगे।
10. मकर राशि : मकर राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर द्वितीय भाव में होगा, द्वितीय भाव में शुक्र के प्रभाव से जातक के संबंध कुटुंब के साथ अच्छे होंगे तथा डूबा हुआ पैसा प्राप्त होगा।
11. कुंभ राशि : कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर लग्न में होगा, शुक्र शनि के प्रभाव के कारण जातक का संपूर्ण ध्यान व्यक्तित्व विकास पर होगा तथा विदेश यात्रा की योग बनेंगे।
12. मीन राशि : मीन राशि वालों के लिए शुक्र का गोचर द्वादश भाव में होगा, शुक्र के कारण व्यक्ति फिजूलखर्ची में धन नष्ट करेगा।