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Written By WD Feature Desk
Last Modified: सोमवार, 30 दिसंबर 2024 (18:01 IST)

Astrology 2025: 1 जनवरी से सतर्क रहें इन 4 राशियों के लोग, 2025 में करें 3 उपाय

today rashifal
Year 2025 Horoscope: वर्ष 2025 में 4 बड़े ग्रह परिवर्तन हो रहे हैं। 29 मार्च को शनि कुंभ से निकलकर मीन में, 14 मई 2025 से गुरु ग्रह वृषभ से निकलकर मिथुन राशि में 3 गुना अतिचारी होंगे और 18 मई 2025 को राहु ग्रह बृहस्पति की राशि मीन से निकलकर कुंभ में प्रवेश करेगा तो केतु कन्या से निकलकर सिंह में प्रवेश करेगा। इन 4 बड़े ग्रहों के परिवर्तन के चलते 4 राशि के लोगों को पूरे वर्ष सावधानी रखना होगी।
 
1. मिथुन: आपकी कुंडली के प्रथम भाव में बृहस्पति का गोचर होगा। आपकी राशि में आते ही बृहस्पति 3 गुना अतिचारी हो जाएंगे। अतिचारी गुरु का गोचर अच्‍छा नहीं माना जाता है। हालांकि प्रथम भाव में गुरु का होना अच्‍छा माना जाता है क्योंकि वे यहां बैठकर पंचम भाव, सप्तम भाव और नवम भाव पर दृष्टि डालते हैं। फिर भी आपको सतर्क रहकर कार्य करने की जरूरत है। 
 
2. सिंह : 29 मार्च 2025 से शनि आपके सप्तम भाव से निकलकर अष्टम भाव में गोचर करेंगे। इसके चलते शनि की कंटक ढैया प्रारंभ होगी। जबकि गुरु आपके दशम भाव से निकलकर एकादश भाव में गोचर करेंगे। शनि का गोचर शुभ नहीं है लेकिन गुरु का शुभ है। इसी तरह राहु का गोचर अष्टम से सप्तम और केतु का गोचर दूसरे से प्रथम भाव में होगा। राहु दांपत्य जीवन पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इसलिए आपको भी सतर्कता से रहने की जरूरत है। 
 
3. कुंभ : 29 मार्च 2025 से शनि आपकी कुंडली के प्रथम भाव से निकलकर दूसरे भाव में गोचर करेंगे। इसके चलते शनि की साढ़ेसाती का अंतिम चरण प्रारंभ होगा। गुरु आपके चतुर्थ भाव से निकलकर पांचवें भाव में गोचर करेंगे। इससे प्रेम, विवाह, शिक्षा और संतान पर प्रभाव पड़ेगा। राहु का दूसरे भाव से प्रथम भाव में गोचर आपके व्यक्तित्व पर प्रभाव डाल सकता है। 
 
4. मीन : शनि आपके 12वें भाव से मार्च में प्रथम यानी लग्न भाव में गोचर करेगा। यह गोचर हर क्षेत्र में मिलेजुले परिणाम देगा, परंतु बृहस्पति तीसरे से चौथे भाव में गोचर करेगा जो जिंदगी को बेहतर बनाने में सहयोग देगा। राहु का गोचर द्वादश भाव में होगा। यह गोचर सेहत बिगाड़ने के साथ ही आर्थिक नुकसान भी पहुंचा सकता है। इसलिए आपको भी सतर्कता से रहने की जरूरत है।
 
चारों राशियों वाले तीन कार्य करें:
1. गुरु के उपाय करें।
2. शनि का छायादान करें।
3. किसी पशु, पक्षी, मछली, गाय और भिखारी को रोटी खिलाते रहें।