Last Modified: मेलबोर्न (भाषा) ,
रविवार, 27 जनवरी 2008 (18:46 IST)
सानिया-भूपति फाइनल में परास्त
ढीली सर्विस और गलतियों के कारण सानिया मिर्जा और महेश भूपति का ऑस्ट्रेलियाई ओपन टेनिस टूर्नामेंट में मिश्रित युगल का खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया।
भारत की गैरवरीयता प्राप्त जोड़ी चीन की तियानतियान सुन और सर्बिया के नेनाद जिमनोजिच की जोड़ी से फाइनल में सीधे सेटों में 6-7, 4-7, 4-6 से हार गई।
पहली बार किसी ग्रैंड स्लैम टूर्नामेंट के मिश्रित युगल फाइनल में पहुँचने वाले सानिया और भूपति इस हार के लिए खुद ही दोषी रहे। इन दोनों ने पहले सेट के शुरू में सर्विस गँवाने के बाद जल्द ही वापसी करके 4-3 की बढ़त हासिल कर ली थी लेकिन यहाँ से उन्होंने सुन और जिमनोजिच को वापसी का मौका दे दिया।
भारतीय जोड़ी ने पहले सेट में फिर से सुन और जिमनोजिच की सर्विस तोड़ी लेकिन टाईब्रेकर में वह अपनी सर्विस पर ही अंक हासिल करने में असफल रहे। भारतीयों ने विशेषकर दूसरी सर्विस में गलतियाँ की और दो डबल फाल्ट के कारण पहला सेट 42 मिनट में गँवा दिया।
सानिया और भूपति इसके बाद दूसरे सेट में वापसी करने में असफल रहे। उन्होंने इस सेट के शुरू में ही अपनी सर्विस गंवा दी जिससे वह अंत तक नहीं उबर सके। भारतीय जोड़ी ने इस सेट में तीन डबल फाल्ट किए।
इसके विपरीत सुन और जिमनोजिच ने भारतीयों की सर्विस तोड़ने के अलावा एक भी ब्रेक प्वाइंट नहीं गँवाया। सानिया और भूपति ने सात ब्रेक प्वाइंट बचाए, जिनमें तीन मैच प्वाइंट भी शामिल हैं।
लेकिन इन दोनों ने अपनी प्रतिद्वंद्वी जोड़ी के एक डबल फॉल्ट की तुलना में पाँच डबल फॉल्ट किए तथा अपनी गलतियों से सात बार अंक गँवाए। सुन और जिमनोजिच ने आसानी से अपनी सर्विस पर मैच और खिताब अपने नाम किया।