Last Modified: जोहानसबर्ग ,
गुरुवार, 24 जून 2010 (11:28 IST)
पसोपेश में हैं दक्षिण अफ्रीकी फुटबॉल प्रेमी
फीफा विश्वकप टूर्नामेंट से दक्षिण अफ्रीका की विदाई से मेजबान देश के फुटबॉल प्रशंसकों के उत्साह पर ग्रहण सा लग गया है और अब वे खुद से सवाल पूछने लगे हैं कि आखिर वे किस टीम की जीत का जश्न मनाएँ।
दक्षिण अफ्रीका मंगलवार को ब्लूमफोंटेन में फ्रांस को 2-1 से हराने के बावजूद फुटबॉल के महाकुम्भ के पहले ही दौर से बाहर होकर यह तकलीफ सहन करने वाला पहला मेजबान देश बना।
ऐसे में दक्षिण अफ्रीकी फुटबॉल प्रेमी इस पसोपेश में हैं कि टूर्नामेंट के दूसरे दौर में आखिर वे किस टीम का समर्थन करें।
स्वेटो के निवासी 45 वर्षीय फुटबॉल प्रेमी क्लिफटन ज्वाने ने कहा कि मैं बहुत निराश हूँ, हमारी टीम ने दक्षिण अफ्रीका को बहुत खराब स्थिति में ला खड़ा किया है, लेकिन ब्राजील और स्पेन मेरी पसंदीदा टीमें हैं।
दक्षिण अफ्रीका में फुटबॉल मुख्यत: अश्वेत लोगों का खेल है और गोरे लोग रग्बी को ज्यादा पसंद करते हैं। फीफा विश्व कप टूर्नामेंट ने इस नस्ली विभाजन को खत्म करने में मदद की और लोगों ने रंगभेद भुलाकर अपनी राष्ट्रीय टीम का समर्थन किया। दक्षिण अफ्रीका में ऐसा नजारा पहली बार दिखा। (भाषा)