खिताब बरकरार रखना चाहते हैं आनंद
विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद अपने खिताब को जब तक संभव हो तब तक अपने पास बनाए रखना चाहते हैं और उन्हें लगता है कि पारिवारिक व्यक्ति होने के कारण उन्हें ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है। यहाँ एनआईआईटी सेमीनार में भाग लेने के लिए आए आनंद ने कहा जब तक संभव हो विश्व खिताब बरकरार रखना चाहता हूँ। शतरंज से जुड़े लगभग हर खिताब जीतने के बावजूद आनंद ने कहा कि विश्व खिताब बरकरार रखने के लिए उनमें प्रेरणा की कमी नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रेरणा की कमी का तो सवाल ही पैदा नहीं होता। मैं खेलता हूँ क्योंकि मुझे यह खेल पसंद है और मैं अब भी इसका लुत्फ उठा रहा हूँ। हाँ कभी कभी ऐसा भी होता है जबकि मुझ पर थकान हावी हो जाती है लेकिन मैं अपने कार्यक्रम बहुत सोच समझकर तैयार करता हूँ और खेल के बीच में विश्राम पर भी पूरा ध्यान देता हूँ, जिससे मेरी ऊर्जा लौट आती है। आनंद ने कहा कि परिवारिक व्यक्ति होने के कारण उन्हें मुश्किल परिस्थितियों से पार पाने में मदद मिलती है। पारपंरिक और पारिवारिक व्यक्ति होने के कारण मुझे विषम परिस्थितियों में मदद मिलती है क्योंकि हमेशा कोई न कोई आपकी मदद के लिए मौजूद रहता है।