शुक्रवार, 26 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. राष्ट्रीय
Written By भाषा
Last Modified: श्रीनगर , शनिवार, 30 नवंबर 2013 (17:53 IST)

मोदी को राजनीतिक गतिविधियों से नहीं रोकेंगे-उमर अब्दुल्ला

मोदी को राजनीतिक गतिविधियों से नहीं रोकेंगे-उमर अब्दुल्ला -
FILE
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि प्रधानमंत्री पद के लिए भाजपा के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी यदि श्रीनगर में रैली आयोजित करना चाहते हैं तो उन्हें रोकने का सवाल ही पैदा नहीं होता।

यह पूछने पर कि क्या श्रीनगर में भाजपा नेता को रैली करने की मंजूरी दी जाएगी, मुख्यमंत्री ने कहा कि (श्रीनगर में मोदी को) अनुमति न देने का सवाल ही कहां पैदा होता है?

उन्होंने कहा कि कृपया आइए। यदि यहां आपकी पार्टी (भाजपा) की इकाई है और आप 500 लोगों को संबोधित करना चाहते हैं, तो आप आ सकते हैं। उन्हें (भाजपा को) राजनीतिक गतिविधियां करने से कोई नहीं रोक रहा।

उमर ने कहा कि हम अलगाववादियों को (भी) राजनीतिक गतिविधियां करने से नहीं रोकते। मोदी को रोकने का सवाल ही नहीं है। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि भाजपा नेताओं को पूर्व में इस वर्ष राज्य में प्रवेश करने से इसलिए रोका गया था, क्योंकि किश्तवाड़ दंगों के बाद हालात और खराब होने की आशंका थी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक गतिविधि को कोई नहीं रोकेगा।

उमर ने कहा कि उन्हें मोदी या अन्य नेताओं के रविवार की रैली में कुछ नया कहने की उम्मीद नहीं है। उन्होंने कहा कि हम भाजपा की राजनीति से परिचित हैं। हम राज्य के प्रति उनके रुख और किश्तवाड़ दंगों के बाद जम्मू में सांप्रदायिक उन्माद फैलाने की कोशिशों से अनजान नहीं हैं।

उमर ने कहा कि हालांकि इस बात की आशंका है कि कुछ कड़वे शब्द बोले जाएंगे लेकिन मुझे नहीं लगता कि इस दौरान नरेन्द्र मोदी या उनके सहयोगी ऐसा कुछ बोलेंगे जो हमने पहले नहीं सुना।

भाजपा रैली परिसर के निकट उमर का होर्डिंग लगाए जाने के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि होर्डिंग जान-बूझकर लगाए गए हैं। ऐसी चीजें गलती से नहीं की जातीं। यह मेरा राज्य है। मैं इस राज्य का रहने वाला हूं। यदि मैं कोई होर्डिंग लगाना चाहता हूं तो मैं लगाऊंगा। इस बात पर इतनी परेशानी क्यों है?

उन्होंने कहा कि मेरे राज्य में मोदी के 100 होर्डिंग हैं लेकिन मैं इससे परेशान नहीं हूं। मैं इस परेशानी को तब समझता, जब मैंने गुजरात सचिवालय के बाहर होर्डिंग लगाया होता। इसमें इतना रोने की कोई बात नहीं है। (भाषा)