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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , बुधवार, 17 अक्टूबर 2012 (00:16 IST)

मनमोहन, सोनिया की राष्ट्रपति से मुलाकात

मंत्रिमंडल में फेरबदल की अटकलें तेज

मनमोहन, सोनिया की राष्ट्रपति से मुलाकात -
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प्रधानमंत्री मनमोहनसिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी की मंगलवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से की गई अलग-अलग मुलाकात के साथ केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलें तेज हुई हैं।

आधिकारिक रूप से यह नहीं बताया गया है कि इन बैठकों में किन मुद्दों पर चर्चा हुई। इन मुलाकातों से लगता है कि मंत्रिपरिषद का फेरबदल प्रणब मुखर्जी के 20 अक्‍टूबर को पश्चिम बंगाल रवाना होने से पहले हो सकता है। मुखर्जी दुर्गा पूजा के लिए अपने पैतृक शहर मिरिटी जाने वाले हैं।

प्रधानमंत्री की हैदराबाद जाने से पहले आज सुबह राष्ट्रपति के साथ करीब एक घंटे बैठक हुई, जबकि सोनिया गांधी की शाम को मुखर्जी से करीब 40 मिनट मुलाकात हुई। अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि क्या राहुल गांधी सरकार में शामिल होंगे। राहुल गांधी की भी कल राष्ट्रपति से मुलाकात करने की संभावना है।

पिछले कुछ समय और खासकर तृणमूल कांग्रेस के मंत्रियों के सरकार से हटने के बाद से केन्द्रीय मंत्रिपरिषद में फेरबदल की अटकलें लगाई जा रही हैं। तृणमूल कांग्रेस और साथ ही द्रमुक के दो सदस्यों के हटने से मंत्रिपरिषद में कई स्थान रिक्त हैं।

कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि फेरबदल और मंत्रिपरिषद में शामिल किया जाना पार्टी तक ही सीमित होगा। ऐसी अटकलें हैं कि राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले कुछ युवा चेहरों को शामिल किया जा सकता है। इनमें मणिका टैगोर और मीनाक्षी नटराजन को जगह मिलने की अटकलें हैं।

इस फेरबदल में सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया और जितिन प्रसाद जैसे कुछ युवा मंत्रियों की प्रोन्नति हो सकती है। इन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा या स्वतंत्र प्रभार मिल सकता है। साथ ही दो मंत्रालयों की जिम्मेदारी संभाल रहे कुछ मंत्रियों से एक विभाग लिया जा सकता है।

फिलहाल मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के पास दूरसंचार, सड़क परिवहन मंत्री सीपी जोशी के पास रेलवे, कानून मंत्री सलमान खुर्शीद के पास अल्पसंख्यक मामले, कार्पोरेट मामलों के मंत्री एम वीरप्पा मोइली के पास ऊर्जा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार है।

तृणमूल कांग्रेस के छह मंत्रियों के हटने के बाद पश्चिम बंगाल से दो-तीन कांग्रेस नेताओं के मंत्रिपरिषद में शामिल होने की संभावना जताई जा रही है। उधर विलासराव देशमुख के निधन के बाद महाराष्ट्र से कैबिनेट में एक स्थान खाली हुआ है। (भाषा)