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Written By भाषा

दिल्ली पुलिस में फेरबदल, नीरज कुमार बचे

दिल्ली पुलिस में फेरबदल, नीरज कुमार बचे -
नई दिल्ली। दिल्ली
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पुलिस में सोमवार को हुए फेरबदल में पूर्वी दिल्ली के डीसीपी और दक्षिण दिल्ली की डीसीपी का तबादला कर दिया गया। आश्चर्यजनक रूप से इस तबादले का पुलिस आयुक्त नीरज कुमार की सेहत पर कोई असर नहीं हुआ, जबकि पिछले साल हुए गैंगरेप के बाद से ही उन्हें पद से हटाने की मांग की जा रही थी।


प्रभाकर, 2003 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं और वे पूर्वी दिल्ली क्षेत्र के डीसीपी आयुक्त हैं। उनका प्रधानमंत्री सुरक्षा में तबादला किया गया है। ऐसे आरोप लगाए गए थे कि स्थानीय पुलिस ने गांधीनगर में पांच साल की बच्ची के अपहरण और उसके साथ हुए बलात्कार के मामले में ढंग से जांच का काम नहीं किया।

एक सतर्कता जांच में गांधीनगर पुलिस के थाना प्रभारी को ड्यूटी में लापरवाही का दोषी ठहराया गया है। इस मामले में पुलिस पर पीड़ित परिवार को 2000 रुपए की रिश्वत देने का आरोप भी लगा था।

प्रभाकर के स्थान पर 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी अजय कुमार को लाया गया है, जो अभी तक प्रधानमंत्री की सुरक्षा का जिम्मा संभाल रहे थे।

इनके अलावा दक्षिण दिल्ली की 1999 बैच की आईपीएस अधिकारी डीसीपी छाया शर्मा का तबादला भी मिजोरम कर दिया गया है। बाहरी दिल्ली के डीसीपी बीएस जायसवाल उनका स्थान लेंगे।

गत वर्ष 16 दिसंबर को एक चलती बस में एक 23 वर्षीय युवती से बस में ही बलात्कार किया गया था, उस घटना के समय शर्मा जिले की पुलिस प्रमुख थीं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि प्रभाकर का तबादला बलात्कार की घटना की पृष्ठभूमि में हुआ है और यह स्वाभाविक ही है।

भले ही इन तबादलों को सामान्य प्रक्रिया माना जा रहा है, लेकिन जानकार इस बात से भी हतप्रभ हैं कि दिल्ली पुलिस आयुक्त नीरज कुमार आखिर कैसे बच गए। उनका मानना है कि लोगों ने सबसे ज्यादा नीरज कुमार को ही हटाने की मांग की थी। इतननहीदिल्लमेबढ़तअपराबलात्कारोचलतलोगनीरकुमाो 'निर्लज्कुमार' संज्ञथीइसीलिउनकबचनलोगोगलनहीउतरहहै

पुलिस आयुक्त को लेकर अटकलों का बाजार गर्म : दिल्ली के पुलिस आयुक्त नीरज कुमार के भविष्य को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है। ऐसे सुझाव भी आये हैं कि उन्हें किसी महत्वपूर्ण पद पर स्थानांतरित किया जा सकता है और विशेष आयुक्त भीम सैन बस्सी से प्रभार संभालने को कहा जा सकता है।

गृह मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि 1976 बैच के आईपीएस अधिकारी नीरज कुमार की दिल्ली में पूर्व में घटित कई घटनाओं से निपटने के ढंग को लेकर व्यापक आलोचना हुई है। उन्हें पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो भेजा जा सकता है या फिर अवकाश पर जाने को कहा जा सकता है। कुमार जुलाई के अंत में रिटायर होंगे।

समझा जाता है कि जिस ढंग से पांच साल की बच्ची से बलात्कार की घटना से दिल्ली पुलिस निपटी, जिस ढंग से पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री अमित मित्रा पर कथित हमला हुआ और जिस तरह से जाट प्रदर्शनकारी केन्द्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिन्दे के घर घुस आये, इन सब चीजों को लेकर शिन्दे नाराज हैं। (एजेंसी/वेबदुनिया)