Last Modified: कोयंबटूर (एजेंसियाँ) ,
सोमवार, 31 मार्च 2008 (22:30 IST)
तिब्बत समर्थक भारत विरोधी-माकपा
चीन से तिब्बत के विभाजन का समर्थन करने पर माकपा ने राजग समन्वयक जॉर्ज फर्नांडीज और भाजपा पर हमला करते हुए कहा कि क्या वे जम्मू-कश्मीर तथा नगालैंड के विभाजन की माँग का भी समर्थन करेंगे।
तिब्बत को लगातार चीन का अंग बताने के केंद्र सरकार के मत की ओर इंगित करते हुए पार्टी महासचिव प्रकाश करात ने कहा कि कुछ भारतीय राजनेता अमेरिका जैसी पश्चिम की कुछ शक्तियों का अनुसरण कर रहे हैं। इससे मानवाधिकार और अल्पसंख्यकों के अधिकारों के नाम पर बड़े राज्यों का विभाजन हो सकता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ने अपने वक्तव्य में सरकार पर हमला किया है जबकि राजग के संयोजक इससे भी एक कदम आगे बढ़े हैं। जो इन लोगों के साथ विभाजन के सुर में अपने सुर मिलाने की इच्छा रखते हैं, वे देश को नुकसान पहुँचा रहे हैं।
करात ने कहा कि सरकार शुरू से एक चीन के सिद्धांत का समर्थन करती आ रही है। इसने ताइवान को कभी अलग देश नहीं माना है। उन्होंने कहा कि सरकार ने अभी भी अपने नजरिये को दोहराया है।
प्रणब की दलाई लामा को नसीहत : दूसरी ओर पश्चिम बंगाल के बहरामपुर में प्रणब मुखर्जी ने कहा कि कहा कि दलाई लामा को ऐसा कुछ नहीं करना चाहिए जिससे चीन के साथ भारत के संबंधों को ठेस पहुँचे।
तिब्बत में विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों पर चीनी दबाव के बारे में पूर्व रक्षामंत्री जॉर्ज फर्नांडिस के बयान के संबंध में किए गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि हालाँकि अब वे चीन के खिलाफ बोल रहे हैं, लेकिन रक्षामंत्री के तौर पर वे वहाँ खुद गए थे। उन्होंने कहा तिब्बत चीन का स्वायत्त क्षेत्र है।