शनिवार, 27 अप्रैल 2024
  • Webdunia Deals
  1. खबर-संसार
  2. »
  3. समाचार
  4. »
  5. राष्ट्रीय
Written By भाषा

कांग्रेस को बहुमत दो, नहीं तो लगेगा राष्ट्रपति शासन

कांग्रेस को बहुमत दो, नहीं तो लगेगा राष्ट्रपति शासन -
FILE
केन्द्रीय कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल ने कहा है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में किसी दल के बहुमत में नहीं आने पर राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है।

जायसवाल ने गुरुवार को कानपुर में अपना वोट डालने के बाद कहा कि राज्य में कांग्रेस को स्पष्ट बहुमत मिलने की संभावना है लेकिन यदि त्रिशंकु विधानसभा आती है तो राज्य में राष्ट्रपति शासन लग सकता है। इससे पहले कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने भी राज्य में राष्ट्रपति शासन की संभावना जताई थी।

जायसवाल ने कहा कि चुनाव बाद किसी दल को समर्थन देने या लेने का कोई सवाल ही नहीं उठता। कांग्रेस विपक्ष में बैठना कबूल करेगी लेकिन किसी को समर्थन नहीं देगी। कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं भी मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार हूं। विधायकों ने यदि मुझे नेता चुना तो मैं भी मुख्यमंत्री बन सकता हूं।

जायसवाल के इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। वरिष्ठ भाजपा की नेता और चरखारी सीट से चुनाव लड़ रही उमा भारती ने जायसवाल के बयान को अलोकतांत्रिक और अहंकारी बताया है। उमा ने कहा कि कांग्रेस का लोकतंत्र से विश्वास उठता नजर आ रहा है इसीलिए उसके नेता ऐसे बयान दे रहे हैं।

सपा के प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इसे धमकी भरा बयान बताते हुए कहा कि लोकतंत्र धमकी से नहीं चलता। यादव ने कहा कि इसी चुनाव में जनता इसका सटीक जवाब देगी।

जायसवाल ने दी सफाई : दिल्ली पहुंचने के फौरन बाद जायसवाल अपने बयान से पीछे हटते नजर आए और उन्होंने कहा कि संवाददाताओं ने उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया है। हकीकत यह है कि उत्तर प्रदेश में हम स्पष्ट बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे और कोई ऐसा होने से रोक नहीं सकता।

उन्होंने दावा किया कि कुछ पत्रकारों ने उनसे पूछा था कि अगर कोई भी पार्टी राज्य में सरकार बनाने में सफल नहीं हुई तो ऐसी हालत में संवैधानिक प्रावधान क्या होंगे। जायसवाल ने स्पष्ट किया कि मैंने उन्हें वह बताया था, जिसका संविधान में उल्लेख है। वह यह है कि ऐसी हालत में राष्ट्रपति शासन लगाया जाता है। (भाषा)