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Written By WD
Last Modified: मंगलवार, 3 सितम्बर 2013 (14:08 IST)

आसाराम बापू की 'बैकुंठ' कथा...

आसाराम बापू की ''बैकुंठ'' कथा... -
PTI
जोधपुर। नर्म गद्दियों पर सोने और फूलों से सजे झूलों पर झुलने वाले कथित संत आसाराम बापू की इंदौर में पुलिस गिरफ्‍तारी और जेल जाने के बाद जेल में गुजरी पहली रात की कथा-व्यथा तो वे ही अच्छी तरह समझ समझ सकते हैं, लेकिन बापू की रात कैसे गुजरी यह जानना जरूरी है।

सोमवार शाम को जब जोधपुर कोर्ट ने आसाराम को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया तो 5:30 पर आसारा जोधपुर की सेंट्रल जेल पहुंच गए। निश्चित ही उन्होंने पहली बार उन्होंने जेल के दर्शन किए होंगे।

जेल पहुंचने के बाद आसाराम को करीब 4 घंटे तक उन्हें कमरे के बाहर रुकना पड़ा। रात साढ़े 10 बजे तक आसाराम बैरक के बाहर रहे। कमरा आवंटित होने में हुई देरी के कारण आसाराम को इंतजार करना पड़ा। आसाराम को भंवरी देवी केस के आरोपी मदेरणा के कमरे में रखा गया। सुरक्षा कारणों से उन्हें दूसरे अपराधियों से अलग रखा गया और उनके कमरे के बाहर दो सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए।

कमरा आवंटित होने के बाद आसाराम को दरी, कंबल, थाली, मग और कटोरी दी गई। यही सामान हर कैदी को मिलता है।

कैसे गुजरी आसाराम की रात, पढ़ें अगले पेज पर...


इससे पहले आसाराम ने जेल अधीक्षक के कमरे में रात का खाना खाया। रात को उन्होंने जेल का खान नहीं खाया, आश्रम से खाना बुलवाया। जेल सुपरीटेंडेंट से उनके कमरे में खाने की गुजारिश की तो सुपरीटेंडेंट ने उन्हें अपने कमरे में ही खाना खिलाया और जेल के नियम समझाए। आसाराम का वो बैग मंगाया जिसमें खाना और फल लाए थे। उनकी सेहत की जांच के लिए दो डॉक्टरों की टीम बनाई गई है।

डॉक्टरों की सलाह के अनुसार खाना दिया जाएगा। हर दिन नाश्ते में उन्हें गुड़, चना और चाय का नाश्ता मिलेगा। खाने में दाल रोटी मिलेगी।

देर रात तक बापू करवटें बदलते रहे। वो पूरी रात बेचैन रहे। मच्छरों ने भी उनका जीना मुहाल किया। मच्छरों से परेशान आसाराम ने जेल प्रशासन से प्रार्थना की जिसके बाद उन्हें डिस्पेंसरी के बेड पर सुलाया गया। लेकिन यहां भी आसाराम को चैन न मिला। यहां पर वो रातभर बदबू की शिकायत करते रहे और अपने थैले में से गीता निकाल कर पढ़ते रहे।

सुबह उठे जब आसाराम तो...


सुबह चार बजे उठे आसाराम और थोड़ा जाप किया और जेल अधिक्षक से कहा कि वो टहलना चाहते हैं लेकिन उन्हें बैरक के आसपास ही टहलने की इजाजत दी गई। सुबह उन्हें नाश्ते में गुड़, चना और चाय दी गई। हालांकि रातभर करवटें बदलते रहने के बाद आसाराम आज ज्यादा बैचेन लगे।

उन्हें बाकी कैदियों के साथ योग की इजाजत मिली। अब देखना होगा की आसाराम सत्संग कैसे करेंगे। हालांकि जेल सुप्रीटेंडेंट राकेश मोहन के मुताबिक सत्संग की पूरी सुविधा है। (एजेंसी)