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Written By भाषा

2जी मामला:टीना अंबानी ने कहा, मैं तो हाउस वाइफ हूं

2जी मामला:टीना अंबानी ने कहा, मैं तो हाउस वाइफ हूं -
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नई दिल्ली। प्रमुख उद्योगपति अनिल अंबानी की पत्नी टीना अंबानी शुक्रवार को 2जी स्पेक्ट्रम मामले में अभियोजन गवाह के तौर पर पेश हुईं और उन्होंने विशेष अदालत को बताया कि रिलायंस एडीएजी के मामलों में उनकी कोई भूमिका नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरी रिलायंस एडीएजी में कोई भूमिका नहीं है, क्योंकि मैं एक गृहिणी हूं और एक अस्पताल चलाती हूं...मैं रिलायंस एडीएजी की किसी भी कंपनी से कभी भी जुड़ी नहीं रही।

रिलायंस एडीएजी अध्यक्ष एवं टीना के पति अनिल अंबानी गुरुवार को सीबीआई गवाह के तौर पर अदालत में पेश हुए थे। टीना ने विशेष सीबीआई न्यायाधीश ओपी सैनी से उन्होंने कहा अदालत को बताया कि वे रिलायंस एडीएजी की किसी भी कंपनी से कभी नहीं जुड़ीं।

55 वर्षीय टीना अंबानी को उन विभिन्न कंपनियों के दस्तावेज दिखाए गए जिनके बारे में कहा जाता है कि वे रिलायंस एडीएजी से संबंधित हैं। उन कंपनियों में जेब्रा कंसलटेंट प्राइवेट लिमिटेड, स्वान कंसल्टेंट प्राइवेट लिमिटेड भी शामिल हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें इन कंपनियों के बारे में कोई जानकारी नहीं है।

सीबीआई अभियोजक केके गोयल द्वारा पूछताछ के दौरान टीना अंबानी को मामले से संबंधित कई दस्तावेज दिखाए गए और उन्होंने उन पर अपने हस्ताक्षर की पहचान की।

टीना अंबानी को जब अनिल अंबानी के हस्ताक्षर की पहचान करने को कहा गया तो बचाव पक्ष के वकील ने इस पर यह कहते हुए आपत्ति जताई कि रिलायंस एडीएजी अध्यक्ष ने अपने हस्ताक्षर पहले ही पहचान लिए हैं तो फिर उन्हें (टीना) पहचानने के लिए क्यों कहा जा रहा है। वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे ने कहा कि ऐसा लगता है कि सीबीआई अनिल अंबानी के हस्ताक्षर पर संदेह कर रही है।

साल्वे ने कहा कि वे किसी गवाह को लाते हैं और उसकी स्मृति पर विश्वास नहीं करते। ये क्या है? उन्होंने कहा कि यदि वे पेश हुए हैं और अपने हस्ताक्षर की पहचान की है तो वे उनके हस्ताक्षरों को उन्हें (टीना) क्यों दिखा रहे हैं। क्या वे उनके (अनिल अंबानी) के हस्ताक्षर पर संदेह कर रहे हैं? इस पर न्यायाधीश साल्वे ने कहा कि मैं आपसे सहमत हूं।’

गुरुवार को अनिल अंबानी मामले में सीबीआई के गवाह के तौर पर पेश हुए थे जिसके दौरान वे जांच के दौरान दिए एक बयान से मुकर गए और सीबीआई के मामले का समर्थन नहीं किया।

अनिल अंबानी ने अपनी 4 घंटे की पेशी के दौरान इससे इंकार किया कि स्वान टेलीकॉम उनके समूह आरएडीएजीके लिए कीमती रेडियोवेव्स प्राप्त करने के लिए एक मुखौटा कंपनी है।

चूंकि अनिल अंबानी ने सीबीआई के मामले का समर्थन नहीं किया इसलिए टीना अंबानी को अभियोजन गवाह के तौर पर नहीं छोड़ने का निर्णय किया। जांच एजेंसी का कहना था कि उन्होंने अभियोजन के मामले का समर्थन नहीं किया इसलिए उनकी (टीना अंबानी की) गवाह के तौर पर पेशी जरूरी हो गई है। (भाषा)