कपिल सिब्बल रविवार को यूरोपीय कमीशन के अध्यक्ष जोस मैनुअल बारोसो के साथ जर्मनी के लिंदाऊ में ऑनरेरी सीनेट ऑफ द फाउंडेशन लिंदाऊ नोबेल लारेट्स में शामिल हुए।
उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी और खासतौर पर शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में योगदान के लिए इस सम्मान से नवाजा गया है।
सम्मान स्वीकार करने के बाद उन्होंने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी से दुनिया में समृद्धि आयी है। अधिवेशन में कई भारतीय छात्रों सहित 20 से अधिक नोबेल पुरस्कार विजेता और 580 छात्र भाग ले रहे हैं।
फाउंडेशन की आनरेरी सीनेट में जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल जर्मनी के पूर्व राष्ट्रपति प्रोफेसर रोमन हरजोग और यूरोपीय अनुसंधान परिषद के महासचिव प्रोफेसर अर्न्स्ट लडविग विनाकर शामिल हैं।