विपक्ष ने की मायावती की निंदा
सुरक्षा अधिकारी ने पोंछी थी 'माया' की जूती
उत्तरप्रदेश के विपक्षी दलों ने मुख्यमंत्री मायावती के औरैया दौरे के वक्त प्रमुख सुरक्षा गार्ड द्वारा अपने रुमाल से उनके जूते साफ करने की घटना को शर्मनाक तथा सामंतवादी सोच की निशानी करार दिया है। विपक्ष का कहना है कि अगर यह सरकार चलती रही तो वरिष्ठ अधिकारियों के लिए भी ऐसी नौबत आ सकती है।समाजवादी पार्टी की उत्तरप्रदेश इकाई के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री जिस तरह कार्य-व्यवहार कर रही हैं वह शर्मनाक है। एक सुरक्षाकर्मी द्वारा उनके जूते साफ करना दुखद है।उन्होंने कहा कि यह बहुत दुख की बात है कि जिस व्यक्ति पर सुरक्षा की जिम्मेदारी है वह जूते साफ कर रहा है। अगर यह सरकार चलती रही तो वरिष्ठ अधिकारियों को भी मायावती के जूते साफ करने पड़ सकते हैं।सपा नेता ने कहा कि इस घटना से साबित होता है कि खुद को दलित की बेटी कहने वाली मायावती दरअसल सामंतवादी सोच रखती हैं।यादव ने कहा कि मायावती राजनीति में नई-नई परम्पराएँ शुरू कर रही हैं। उन्होंने जीते-जी अपनी मूर्तियाँ लगवाई हैं और अब यह नया शर्मनाक वाकया सामने आया है। गौरतलब है कि गत रविवार को औरैया में विकास कार्यो का जायजा लेने के लिए मुख्यमंत्री मायावती के अछलदा ब्लॉक के नौनीपुर गाँव पहुँचने पर उनके सुरक्षा प्रमुख पद्म सिंह ने अपने रुमाल से उनके जूते साफ किए थे। कुछ टेलीविजन चैनलों पर इसकी फुटेज भी दिखाई गई थी।उत्तरप्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता अखिलेश प्रताप सिंह ने कहा कि मायावती गाँव, गरीबी और गुरबत से उपर उठकर और सामंती व्यवस्था के खिलाफ आवाज उठाकर सत्ताशीर्ष तक पहुँची हैं लेकिन सत्ता में आने के बाद उन्होंने खुद उसी व्यवस्था को अपना लिया है। उन्होंने कहा कि किसी सरकारी कर्मचारी से जूते साफ कराना गलत है और उस अधिकारी को भी आत्मसम्मान का ख्याल रखते हुए ऐसा नहीं करना चाहिए था।सिंह ने कहा कि इससे सुरक्षाकर्मियों के मनोबल पर भी असर पड़ेगा। बल की गरिमा बरकरार रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस घटना से ही अंदाज लगाया जा सकता है कि सत्ता के मद में चूर मायावती किस कदर बदल गई हैं। मुख्यमंत्री को अब गरीब और असहाय लोगों का दर्द नजर नहीं आता। (भाषा)