सोमनाथ की छाया माकपा प्रत्याशी पर भारी
वरिष्ठ मार्क्सवादी नेता सोमनाथ चटर्जी हालाँकि इस बार के लोकसभा चुनाव में चुनावी मैदान में नहीं हैं, लेकिन मतदाताओं पर उनका प्रभाव अभी भी काफी है। माकपा से चटर्जी के निष्कासन ने पार्टी के बोलपुर से अगले प्रत्याशी रामचंद्र डोम की राह को मुश्किल कर दिया है।बोलपुर के माकपा प्रत्याशी रामचंद्र डोम जब-जब चुनाव प्रचार के लिए अपने इलाके में जाते हैं, उन्हें चटर्जी की छाया खासी डराती है। वहीं मतदाताओं के मूड को भाँपते हुए कांग्रेस प्रत्याशी असित माल भी उनके जख्मों पर मरहम लगाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।माल ने कहा कि माकपा यहाँ मुश्किल में है और उन्हें चटर्जी को निष्कासित करने की कीमत चुकानी होगी।डोम को भी 24 साल से इलाके का प्रतिनिधित्व करने वाले चटर्जी की जगह लेना खासा मुश्किल का काम लग रहा है और वह इस बात को स्वीकार भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं यह नहीं कह सकता कि मैं उनकी जगह लूँगा। उनका व्यक्तित्व सबसे अलग है।डोम के पक्ष में एकमात्र बात चटर्जी द्वारा अर्जित सद्भाव और इस अनाम से इलाके में उनके द्वारा किए गए विकास कार्य हैं। गौरतलब है कि बोलपुर चटर्जी के प्रतिनिधित्व के बाद से ही ज्यादा पहचाना जाने लगा।इलाके के एक स्थानीय व्यापारी ने बताया कि नई दिल्ली में अपने प्रभाव के चलते चटर्जी ने बोलपुर को दो एक्सप्रेस ट्रेनों और डबल रेलवे ट्रैक की सौगात दी।हालाँकि चटर्जी के विश्वभारती के आसपास कराए विकास कार्यों को अपने ही कुछ लोगों की आलोचना का भी शिकार होना पड़ा। लोगों ने इन कार्या के दौरान उन पर पर्यावरण को नुकसान पहुँचाने का आरोप लगाया।