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Written By वार्ता

मंत्री बन सकते हैं राहुल गाँधी

मंत्री बन सकते हैं राहुल गाँधी -
कांग्रेस के महासचिव राहुल गाँधी ने केंद्र में फिर से कांग्रेस के नेतृत्व में सरकार बनने का विश्वास जताते हुए संकेत दिया कि वे मंत्री पद संभाल सकते हैं।

राहुल ने कहा कि यदि मेरे बॉस प्रधानमंत्री ने दबाव नहीं डाला तो वे युवाओं के बीच काम करने को ही वरीयता देंगे। प्रधानमंत्री बनने से साफ इनकार कर रहे गाँधी ने एक तरह से साफ किया कि डॉ. मनमोहनसिंह के दबाव डालने पर वे मंत्री पद संभाल सकते हैं।

पिछले एक महीने से अधिक समय से देश के विभिन्न हिस्सों में लगातार पार्टी के लिए प्रचार कर रहे राहुल ने कहा कि पूरे देश में लोगों की सोच कांग्रेस तथा संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन के पक्ष में है। उन्हें पूरा विश्वास है कि चुनाव के बाद डॉ. सिंह के नेतृत्व में ही सरकार बनेगी।

गाँधी ने विश्वास जताया कि चुनाव के बाद वामदल डॉ. सिंह का समर्थन करेंगे, लेकिन उन्होंने साफ कर दिया कि समर्थन के लिए डॉ. सिंह के नाम पर कोई समझौता नहीं होगा। उन्होंने कहा कि परमाणु करार के समय हमने दिखा दिया था कि जिसे हम देश के हित में मानते हैं उसके बारे में कोई समझौता नहीं कर सकते।

चुनाव बाद जनता दल (यू) और अन्नाद्रमुक जैसे दलों का समर्थन लेने के बारे में उन्होंने कहा कि इस बारे में हमारे विकल्प खुले हुए हैं। उन्होंने कहा कि ये दल कभी न कभी राजग के साथ रह चुके हैं, लेकिन उन्हें लग रहा है कि इन चुनाव में राजग जीतने वाला नहीं है। उन्होंने कहा कि देश में राजग पूरी तरह खत्म हो चुका है, वह सिर्फ भाजपा नेताओं के दिमाग में जिंदा है।

गाँव और गरीबों तक सरकारी पैसा नहीं पहुँचने को देश की सबसे बड़ी समस्या बताते हुए गाँधी ने कहा कि इस दिशा में मनमोहन सरकार ने पिछले पाँच वर्ष में बहुत अच्छा काम किया।

एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि वे यह नहीं कह रहे हैं कि यह काम केवल कांग्रेस ही कर सकती है। कुछ और नेता भी इस दिशा में काम कर रहे हैं, इस सिलसिले में उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्रप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का नाम लिया।

कांग्रेस के सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी द्वारा अपने अध्यक्ष शरद पवार को प्रधानमंत्री के रूप में पेश किए जाने की ओर ध्यान दिलाए जाने पर उन्होंने कहा कि यदि यह पार्टी सबसे बड़े राजनीतिक दल के रूप में उभरती है तो यह विकल्प खुला है। उन्हें विश्वास है कि इस चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़े दल के रूप में उभरेगी और डॉ. सिंह प्रधानमंत्री बनेंगे क्योंकि वे ही सबसे अच्छे प्रधानमंत्री होंगे।

उन्होंने कहा कि यह केवल उनका ही नहीं कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी और पार्टी के अन्य नेताओं का भी यही विचार है तथा हमारे सहयोगी भी इस बात से सहमत हैं।

यह पूछे जाने पर वामदलों ने चार वर्ष से अधिक समय तक कांग्रेस को सरकार चलाने में सहयोग दिया तो क्या कांग्रेस तीसरे मोर्चे की सरकार बनाने में उसका सहयोग नहीं कर सकती, राहुल ने कहा कि यदि वामदल 180 से 190 सीट ले आते हैं तो वे उसको समर्थन देने की घोषणा करने वाले पहले व्यक्ति होंगे।