Last Modified: जोहानसबर्ग ,
सोमवार, 24 सितम्बर 2007 (17:13 IST)
एक नजर इधर भी...
प्रथम ट्वेंटी-20 क्रिकेट विश्व कप के फाइनल में सोमवार को भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होंगी। इस खिताबी मुकाबले के पूर्व आइए दोनों टीमों की ताकत और कमजोरियों पर निगाह डालते हैं।
भारत सकारात्मक पहलू
* समूची भारतीय टीम जबर्दस्त फार्म में है। * युवराज का बल्ला रन उगल रहा है । * पाकिस्तान के खिलाफ विश्व कप में कभी भी नहीं हारने की वजह से टीम मनोवैज्ञानिक लाभ की स्थिति में। * ट्वेंटी-20 विश्व कप के समूह मैच में पाक को हराने के कारण खिलाड़ियों पर दबाव कम।
नकारात्मक पहलू
* टीम इंडिया के पास स्थापित पाँचवें गेंदबाज की कमी। * रनिंग बिटविन द विकेट कमजोर * क्षेत्ररक्षण तथा कैचिंग कुछेक अवसरों को छोड़कर, अंतरराष्ट्रीय स्तर के अनुरूप नहीं।
पाकिस्तान सकारात्मक पहलू * सशक्त बल्लेबाजी मध्यक्रम (शोएब मलिक, मिस्बाह-उल-हक, यूनुस खान)। * जबर्दस्त तेज गेंदबाजी आक्रमण (मोहम्मद आसिफ, उमर गुल, सोहेल तनवीर)। * शाहिद अफरीदी जैसा मैच विजेता खिलाड़ी (आमतौर पर बल्लेबाजी ज्यादा खतरनाक, इस स्पर्धा में गेंदबाजी में ज्यादा सफल)। * पाकिस्तानी खिलाड़ी भारत के खिलाफ खेलते वक्त प्रेरित रहते हैं।
नकारात्मक पहलू * एकाध अवसर को छोड़कर बल्लेबाजी में अच्छी। शुरुआत नहीं मिल पा रही है। * क्षेत्ररक्षण हमेशा की तरह इस स्पर्धा में भी अच्छा नहीं। * चौथा तथा पाँचवाँ गेंदबाज खर्चीला साबित हो सकता है। * पिछले कुछ समय से भारत के खिलाफ रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा।