Last Modified: मुंबई ,
सोमवार, 18 जनवरी 2010 (19:08 IST)
आईपीएल का नया फार्मूला मंजूर नहीं
इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) ने खिलाड़ियों की नीलामी में होने वाली समस्याओं से निपटने का एक फार्मूला निकाला है, हालाँकि फ्रेंचाइजी टीमों ने इसे नकार दिया है।
मंगलवार को होने वाली नीलामी में ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है कि दो फ्रेंचाइजी एक खिलाड़ी को खरीदने में अपनी सारी राशि (7 लाख 50 हजार डॉलर) खर्च कर दें।
इस समस्या से निपटने के लिए आईपीएल ने ‘साइलेंट टाईब्रेकर बिड’ का प्रस्ताव रखा है जिसके अनुसार फ्रेंचाइजी अतिरिक्त राशि खर्च कर सकती हैं लेकिन यह राशि संबंधित खिलाड़ी को मिलने के बजाय इस ट्वेंटी-20 टूर्नामेंट के पास चली जाएगी।
आईपीएल ने सुझाव दिया था कि अगर दो फेंचाइजी एक खिलाड़ी पर अधिकतम राशि की बोली लगा लेती है तो खर्चे पर कोई कैप नहीं होगा और अतिरिक्त राशि की ऊँची बोली लगाने वाली फ्रेंचाइजी को खिलाड़ी मिल जाएगा, लेकिन यह अतिरिक्त राशि खिलाड़ी के बजाय आईपीएल को मिलेगी और यह प्रस्ताव फ्रेंचाइजी को पसंद नही आया।
एक फ्रेंचाइजी के अधिकारी ने कहा कि ज्यादातर फ्रेंचाइजी इससे खुश नहीं हैं और उन्होंने इस प्रस्ताव पर आपत्ति जताई थी। अगर इसमें बराबरी की बोली लगती हैं तो आपको इससे काफी धन मिल जाएगा। (भाषा)