विरोधी टीमों में खलबली मचा रहे हैं ईशांत
तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा भले ही यॉर्कर नहीं फेंकते हो और ना ही शुरुआती या डैथ ओवरों के गेंदबाज हों लेकिन बीच के ओवरों में विरोधी टीमों में खलबली मचाने का हुनर उन्हें बखूबी आता है।यहाँ ट्वेंटी-20 विश्वकप में ईशांत को ऐसा कप्तान और ड्रेसिंग रूम मिल गया हैश जो उनसे बेहतरीन प्रदर्शन कराना जानता है। कप्तान महेंद्रसिंह धोनी को अच्छी तरह पता है कि ईशांत से कब गेंदबाजी करानी है और ना ही ड्रेसिंग रूम में वैसा माहौल है, जिससे आईपीएल के दौरान कोलकाता नाइट राइडर्स का यह खिलाड़ी जूझ चुका है।ईशांत ने खुद कहा था जब से मैंने क्रिकेट खेलनी शुरू की है, वह मेरे करियर का सबसे कठिन दौर था। उन्होंने कहा मैंने लगातार इतनी हार कभी नहीं देखी और ना ही उस ड्रेसिंग रूम का हिस्सा रहा, जिससे इतने विवाद जुड़े हों। ईशांत की ताकत लाइन और लैंग्थ पर उनका नियंत्रण है। वह ज्यादा बाउंसर नहीं फेंकते, जो उनकी रफ्तार और नियंत्रण को देखते हुए अचरज की बात हो सकती है। धोनी का मानना है कि ईशांतयार्कर नहीं फेंकता और इस समय शुरूआती या आखिरी ओवरों का गेंदबाज नहीं है। ईशांतने भी स्वीकार किया कि उसे इस फन में महारत हासिल करना बाकी है।उन्होंने कहा टी20 में आपको अच्छे यॉर्कर फेंकना आना चाहिए। ईशांत के पास लाइन और लैंग्थ के साथ दमखम भी है। यही वजह है कि न्यूजीलैंड में तीन टेस्ट खेलने के बाद आईपीएल और अब टी-20 विश्वकप में भी उसका उत्साह कम नहीं हुआ है।