कैरेबियाई सरजमीं पर आयोजित विश्व कप में लचर प्रदर्शन के बाद टीम से नाता तोड़ने वाले पूर्व कोच ग्रेग चैपल भारतीय टीम के हालिया प्रदर्शन से खुश हैं और उनका मानना है कि टीम को महेंद्रसिंह धोनी के रूप में काबिल कप्तान मिला है।
दक्षिण अफ्रीका में ट्वेंटी-20 विश्व कप में टीम को खिताबी जीत दिलाने वाले कप्तान धोनी के टीम नेतृत्व के बारे में उन्होंने कहा मैं धोनी का शानदार भविष्य देख रहा हूँ। उन्होंने अपनी क्षमता बढा़ई है और एक कप्तान के रूप में वह बहुत प्रभावशाली रहे हैं। भारत उनके जैसा कप्तान पाकर भाग्यशाली है।
भारतीय टीम के पूर्व कोच ऑस्ट्रेलिया के इयान चैपल राजस्थान क्रिकेट संघ की भविष्य में खुलने वाली क्रिकेट अकादमी के सलाहकार के रूप में यहाँ आए हुए हैं। चैपल ने कहा कि भारतीय कोच रहते हुए उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया और उन पर फैसला लोगों का करना है।
उन्होंने कहा भारतीय टीम अब अच्छा प्रदर्शन कर रही है। मैं जब कोच था, मैंने उन्हें जो भी कहा अच्छी भावना में कहा। इस पर अब लोगों को फैसला करना है। भारतीय क्रिकेट भाग्यशाली है कि उसे विकल्प मिले है।
चैपल ने अपनी टिप्पणियों में पूरी सावधानी बरती और विवाद से बचने के लिए अन्य मुद्दों पर पूछे गए सवालों का जवाब नहीं दिया। उन्होंने स्थाई कोच के बिना खेल रही भारतीय टीम के बारे में टिप्पणी करने से भी इंकार कर दिया। इस ऑस्ट्रेलियाई के कोच पद से हटने के बाद से इसे अब तक नहीं भरा गया है।
चैपल ने हालाँकि वर्तमान टीम के बारे में खूब बात की। उन्होंने कहा उनके पास कुछ अच्छे खिलाड़ी हैं और वह ट्वेंटी-20 विश्व कप भी जीत चुके हैं। भारतीय क्रिकेट के बारे में अच्छी बात यह है कि यहाँ विविध माहौल में खिलाड़ी निखरते हैं। दूर दराज के इलाकों से आए खिलाड़ी इसका उदाहरण हैं।
उन्होंने भविष्यवाणी की कि ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेली जा रही वर्तमान श्रृंखला काफी संघर्षपूर्ण होगी। चैपल को नहीं लगता कि ट्वेंटी-20 से खिलाड़ियों की तकनीक खराब होगी।
ट्वेंटी-20 क्रिकेट अपने साथ कुछ बदलाव लेकर आया है, जो 50-50 ओवर का क्रिकेट भी लाया था। इससे टेस्ट क्रिकेट में नतीजे वाले मैचों की संख्या बढ़ेगी। चैपल ने कहा अब खिलाड़ी भारी बल्ले का इस्तेमाल करते हैं फुटवर्क बदल रहा है और वह हमारे दिनों के मुकाबले गेंद को काफी तेजी से मारते हैं।
क्या सचिन तेंडुलकर, सौरव गांगुली और राहुल द्रविड़ को उम्र बढ़ने के कारण ट्वेंटी-20 के अनुरूप ढलने में परेशानी हो रही है? उन्होंने कहा मैं यहाँ भारतीय क्रिकेट के बारे में चर्चा करने के लिए नहीं हूँ।
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान का मानना है कि ट्वेंटी-20 क्रिकेट तीसरे प्रारूप के रूप में उभर रहा है और क्रिकेट प्रशासकों के पास सभी प्रारूपों में संतुलन बनाने की कठिन चुनौती है।