Last Modified: पेरिस (भाषा) ,
सोमवार, 4 जून 2007 (04:42 IST)
आईसीसी ने उबाऊ विश्व कप को स्वीकारा
विश्व कप 2007 के लंबे और उबाऊ कार्यक्रम के लिए लोगों की आलोचनाओं का शिकार होने के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने अंततः स्वीकार किया है कि क्रिकेट महाकुंभ के मैराथन कार्यक्रम ने सभी लोगों का थका दिया है।
आईसीसी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मैल्कम स्पीड ने कहा हमनें आलोचनाओं के बारे में सुना है। काफी लोग कह रहे हैं कि यह (विश्व कप कार्यक्रम) काफी लंबा है, इसलिए हम इसे छोटा करने के बारे में सोच रहे है।
स्पीड ने कहा 47 दिन के विश्व कप को हम सात से दस दिन कम करने पर विचार कर रहे हैं और उम्मीद है कि अगली बार यह पाँच से छह हफ्ते का होगा।
अभी यह देखना बाकी है कि आईसीसी के इस विचार पर टीवी प्रसारणकर्ताओं की क्या प्रतिक्रिया होती है क्योंकि अगला विश्व कप भारतीय उप-महाद्वीप में होना है, जिसे आईसीसी की वित्तीय जीवनरेखा माना जाता है।
कैरेबियाई सरजमीं पर पहली बार खेले जा रहे विश्व कप का अब केवल खिताबी मुकाबला खेला जाना बाकी है। केनसिंग्टन ओवल में क्रिकेट महाकुंभ का 'ताज' ऑस्ट्रेलिया के हाथ लगे या श्रीलंका के लेकिन इस विश्व कप को हमेशा याद रखा जाएगा।
विश्व कप 2007 को जमैका के पेगासस होटल के 12वें माले के कमरा नंबर 374 से जोड़कर देखा जाएगा, जहाँ पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कोच बॉब वूल्मर की हत्या हुई थी। आयरलैंड के हाथों हार के बाद 1992 के चैंपियन पाकिस्तान की विश्व कप के पहले दौर से ही विदाई हो गई थी। इसके बाद वूल्मर की मौत को मैच फिक्सिंग माफिया के साथ जोड़ा गया।
वूल्मर के हत्यारों की तलाश अब भी जारी है और साथ ही हत्यारों के मकसद की अटकलों पर भी विराम नहीं लगा है। वूल्मर का शव हत्या के छह हफ्ते बाद उनके परिवार को मिलेगा। शुक्रवार को शव को केप टाउन के लिए भेज दिया गया है।
प्रतियोगिता के दौरान खेलों गए मैचों से दर्शकों ने दूरी बनाए रखी और मेजबान टीम के एक दो मैचों को छोड़कर अन्य मैचों को देखने काफी कम लोग पहुँचे। पूर्व विश्व चैंपियन भारत और पाकिस्तान के पहले दौर से ही बाहर होने से भी दर्शकों की रुचि विश्व कप में कम हुई।
दर्शकों को लुभाने के लिए आयोजकों ने वाद्ययंत्रों पर लगा प्रतिबंध हटा दिया और दर्शकों को एक बार मैदान से बाहर निकलने पर दोबारा प्रवेश की इजाजत भी दी। हालाँकि दर्शकों ने कहा कि यह कदम काफी देर से उठाए गए हैं।
इंग्लैंड के प्रशंसकों के गुट बार्मी आर्मी ने यात्रा और रहने के खर्च पर निशाना साधते हुए कहा कि कैरेबियाई होटलों ने विश्व कप के मद्देनजर कीमतें तीन गुनी कर दी हैं।