आईपीएल : थरूर 'रिप्लेस बाय' मोदी
आईपीएल के कोच्चि टीम विवाद में फँसे विदेश राज्यमंत्री शशि थरूर द्वारा कुर्सी छोड़ने के बावजूद विपक्ष के तेवर नरम नहीं हुए हैं। अब उसने लीग की जाँच एक संयुक्त संसदीय समिति से कराने की माँग छेड़ दी है। इस बीच खबरें हैं कि आईपीएल में दो केंद्रीय मंत्रियों का भी पैसा लगा हुआ है। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी की नेत्री वृंदा करात ने आईपीएल विवाद पर आज कहा कि थरूर के इस्तीफे के बाद इस मसले पर कोई पूर्ण विराम नहीं लग गया है। आईपीएल में भ्रष्टाचार हो रहा है, इसकी जानकारी आयकर विभाग को बहुत पहले से थी, लेकिन सरकार ने हस्तक्षेप नहीं किया। उन्होंने कहा हम चाहते हैं कि सरकार संयुक्त संसदीय समिति का गठन कर इस मामले की विस्तृत जाँच कराए, ताकि इसके आय-व्यय में भ्रष्टाचार का पूरा खुलासा हो सके। इसे आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी की बढ़ती मुश्किलों के रूप में देखा जा रहा है।उधर, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है कि आईपीएल में केंद्र सरकार के दो मंत्रियों ने भी निवेश कर रखा है। ये दोनों ही मंत्री एक ही पार्टी के हैं। दोनों मंत्रियों ने अपने करीबी लोगों की मदद से आईपीएल में पैसा लगाया। हालाँकि ये कौन हैं, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। लेकिन आयकर विभाग ने इस मुद्दे पर अपनी रिपोर्ट वित्त मंत्रालय को सौंप दी है। मोदी पर सट्टेबाजी और काले धन का आरोप : 'स्टार न्यूज' ने अंग्रेजी अखबार 'इकोनॉमिक टाइम्स' में छपी रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि आयकर विभाग ने अपनी खुफिया रिपोर्ट में आईपीएल कमिश्नर ललित मोदी पर काले धन, अवैध निवेश और लेनदेन के गंभीर आरोप लगाए हैं। अखबार ने लिखा है कि मोदी ने अपने करीबी लोगों के साथ मिलकर आईपीएल के मैचों पर सट्टेबाजी की। उनके खिलाफ लीग के ही कुछ मैचों की फिक्सिंग का आरोप भी है। उल्लेखनीय है कि आयकर विभाग ने मोदी के वित्तीय मामलों की जाँच शुरू कर दी है। बताया जाता है मोदी के पास निजी जेट के साथ बीएमडब्ल्यू जैसी महँगी कारें और कई आलीशान बंगले हैं। आरोप हैं कि ये सारी शानो शौकत उन्होंने आईपीएल का कमिश्नर बनने के बाद हासिल की है। यही वजह है कि विभाग ने उन पर शिकंजा कसने का मन बनाया। कमिश्नर पद जाना तय : मीडिया रिपोर्टों की मानें तो थरूर द्वारा इस्तीफा देने के बाद बीसीसीआई पर मोदी को लेकर दबाव बढ़ गया है। बोर्ड की कार्यकारी समिति की आईपीएल के बाद होने वाली बैठक में उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है। बोर्ड अध्यक्ष शशांक मनोहर खुद मोदी को आईपीएल से निकालने के पक्ष में हैं। पहले उन्हें इस मुद्दे पर अन्य सदस्यों का समर्थन नहीं मिला था, लेकिन थरूर के जाने से उनका पलड़ा भारी हो गया है। मोदी को निकालने की तीन वजहें बताई जा रही हैं। पहला थरूर का इस्तीफा, दूसरा आयकर विभाग द्वारा आईपीएल की आठ फ्रेंचाइजी के बारे में ब्योरा माँगना और तीसरा लीग की नई फ्रेंचाइजी कोच्चि टीम का विवाद। आईपीएल को बंद किया जाए : आईपीएल की अब खुलकर मुखालफत भी शुरू हो गई है। राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालूप्रसाद यादव ने आज कहा कि आईपीएल में बड़ा घोटाला हुआ है, इसे बंद कर देना चाहिए। उन्होंने बीसीसीआई को भी राष्ट्रीयकृत कर इसे सीधे खेल मंत्रालय के अधीन लाने की माँग की।मोदी के भाजपा से संबंध : इस बीच अप्रवासी मामलों के मंत्री रवि वायलार ने आरोप लगाया है कि मोदी के भाजपा से संबंध हैं। इसकी जाँच होना चाहिए। (वेबदुनिया न्यूज)