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Written By भाषा
Last Modified: नई दिल्ली , सोमवार, 7 अप्रैल 2014 (20:25 IST)

आरकॉम, रिलायंस जियो के बीच भागीदारी का करार

आरकॉम, रिलायंस जियो के बीच भागीदारी का करार -
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नई दिल्ली। मुकेश अंबानी व अनिल अंबानी के नियंत्रण वाली कंपनियों के बीच ढांचे में भागीदारी का सोमवार को तीसरा करार हुआ।

करार के तहत मुकेश अंबानी के नियंत्रण वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की दूरसंचार कंपनी 4जी सेवाएं शुरू करने के लिए अनिल अंबानी के नियंत्रण वाली रिलायंस कम्युनिकेशंस लि. के शहरों के अंदर बिछे फाइबर नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी।

माना जा रहा है कि रिलायंस कम्युनिकेशंस को अपने फाइबर आप्टिक नेटवर्क को लीज पर देने से 5,000 करोड़ रुपए तक प्राप्त हो सकते हैं। रिलायंस जियो इन्फोकॉम ने सोमवार को आरकॉम के साथ मास्टर सेवाएं करार किया। दोनों कंपनियों ने अलग-अलग बयान में यह जानकारी दी।

करार के तहत बड़े भाई मुकेश अंबानी के नियंत्रण वाली रिलायंस जियो इन्फोकॉम देशभर में अत्याधुनिक 4जी सेवाएं पेश करने के लिए आरकॉम के राष्ट्रीय स्तर पर शहरों के अंदर के फाइबर नेटवर्क का इस्तेमाल करेगी। कंपनी ने बयान में कहा कि यह करार मौजूदा बाजार मूल्य पर हुआ है।

रिलायंस जियो इन्फोकाम एकमात्र कंपनी है जिसके पास राष्ट्रीय स्तर का 4जी लाइसेंस है इस साल के अंत तक वाणिज्यिक परिचालन शुरू करने की तैयारी में हैं।

अंबानी भाइयों की कंपनियों के बीच यह तीसरा करार हुआ है। पिछले साल अप्रैल में रिलायंस जियो ने आरकॉम के अंतर शहर फाइबर के इस्तेमाल के लिए 1,200 करोड़ रुपए का करार किया था। जारी

इसी तरह अगस्त, 2013 में आरकॉम के टावर ढांचे की लीज के लिए दोनों कंपनियों के बीच 2.1 अरब डॉलर का करार हुआ था। आरकॉम का अंतर शहर आप्टिक फाइबर नेटवर्क करीब 5,00,000 फाइबर पेयर किलोमीटर तक है। यह देश के 300 शहरों व कस्बों में फैला है।

एक सूत्र ने बताया कि दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में फाइबर पेयर की प्रति किलोमीटर लागत 3 से 3.5 लाख रुपए बैठती है, वहीं पटना, राउरकेला या जम्मू जैसे छोटे शहरों में इसकी लागत 40,000 से 50,000 रुपए प्रति किलोमीटर बैठती है। इस हिसाब से राष्ट्रीय औसत 1 लाख रुपए प्रति किलोमीटर बैठेगी।

ऐसे में जबकि आरकॉम के पास 5,00,000 किलोमीटर का अंतर शहर फाइबर पेयर है, रिलायंस जियो के साथ उसका इस करार का मूल्य 5,000 करोड़ रुपए हो सकता है। बयान में कहा गया है कि इस तीसरे करार से रिलायंस जियो व रिलायंस कम्युनिकेशंस के बीच कारोबारी सहयोग का वृहद्ध ढांचा और मजबूत होगा। (भाषा)