Last Modified: वॉशिंगटन ,
मंगलवार, 7 दिसंबर 2010 (12:41 IST)
ब्लडप्रेशर कंट्रोल करेगा छिपकली का जहर
पुरानी कहावत है कि ‘जहर ही जहर को मारता है।’ कुछ ऐसा ही दावा वैज्ञानिकों ने किया है जिनका कहना है कि एक खास तरह की छिपकली के जहर से उन्होंने उच्च रक्ताचाप को खत्म करने का तरीका ढूँढ निकाला है।
मेलबर्न विश्वविद्यालय के डॉ. ब्रायन फ्राय की अगुवाई में एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने जहरीली छिपकली की एक प्रजाति ‘एंगुईमोफ्र्स’ का अध्ययन किया। इस प्रजाति में खास तरह की गिरगिटें, मगरमच्छ और बिना पैरों वाली छिपकली भी आती हैं।
डॉ. फ्राय ने कहा कि हमनें पाया कि छिपकली की कई प्रजातियों में विष पाया जाता है। हमनें इस प्रजाति का अध्ययन किया और उपचार करने वाला विष पाया। पूरी दुनिया से इनके विषों को इकट्ठा करने में अनुसंधानकर्ताओं को चार साल लगे जिनके बाद उन्हें प्रयोगशाला में जाँचा गया।
उन्होंने कहा कि यह बहुत मेहनत भरी कोशिश थी लेकिन इसके परिणाम ने इस मेहनत को सार्थक बनाया। हमें भला करने वाले विष मिलें। (भाषा)