बच्चों की कविता : हमारे आदर्श दादाजी
अक्षय शर्मा (कक्षा-आठवीं)
दादाजी की महिमा न्यारी हैअज्ञानता को दूर करके ज्ञान की ज्योति जलाई है। दादाजी की महिमा न्यारी है... दादाजी के चरणों में रहकरहमने शिक्षा पाई है। गलत राह पर भटके जब हमतो दादाजी ने राह दिखाई है। दादाजी की महिमा न्यारी है...माता-पिता ने जन्म दिया परदादाजी ने जीना सिखाया है। ज्ञान, चरित्र और संस्कार कीहमने शिक्षा पाई है। दादाजी की महिमा न्यारी है...जब भी करते गलत कार्य हमतब फटकार भी लगाई है। सद्मार्ग पर चलें सभी हमबात सदा दोहराई है। दादाजी की महिमा न्यारी है...सदा इन सीखों का पालन करूंगाउनके आदर्शों का मान रखूंगायह श्रद्धांजलि हमारी है। दादाजी की महिमा न्यारी है...