Last Updated :वाशिंगटन (वार्ता) , गुरुवार, 10 जुलाई 2014 (07:15 IST)
बुश के 'कानूनों' पर ओबामा की रोक
अमेरिका के राष्ट्रपति बराक हुसैन ओबामा के नए प्रशासन ने सभी संघीय एजेंसियों और विभागों को आदेश दिया है कि वे सभी लंबित कानूनों पर अमल रोक दें जब तक नया प्रशासन उनकी समीक्षा ना कर ले।
ओबामा के मंगलवार को शपथ लेने के कुछ ही घंटों बाद जारी व्हाइट हाउस के बयान में कहा गया कि आज दोपहर व्हाइट हाउस के चीफ ऑफ स्टाफ राह्मम इमैनुअल ने एक ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर सभी एजेंसियों और विभागों को भेज दिया है जिसमें सभी लंबित विनिमयों पर तब तक अमल नहीं करने को कहा गया है जब तक ओबामा प्रशासन द्वारा उसकी नीतिगत एवं वैधानिक समीक्षा नहीं की जाती।
अमेरिका में 'समीक्षा' किसी भी नए प्रशासन द्वारा आम तौर पर इस्तेमाल किए जाने वाला ऐसा हथियार है जिससे पूर्व राष्ट्रपति द्वारा चुनाव परिणाम घोषित होने से नए राष्ट्रपति के पदभार ग्रहण करने के बीच लाए गए 'मध्यरात्रि कानूनों' पर रोक लगाई जाती है।
पिछले कई राष्ट्रपतियों के कार्यकाल के इन आखिरी दिनों में 'मध्यरात्रि कानून'बनाने की प्रवृत्ति खूब देख गई।
निवर्तमान बुश प्रशासन द्वारा लागू ऐसे विवादास्पद 'मध्यरात्रि कानूनों'में कुछ राष्ट्रीय उद्यानों में हथियार ले जाने की अनुमति और धार्मिक आधार पर गर्भनिरोधक दवाओं के वितरण अथवा गर्भपात से इन्कार करने वाले डॉक्टरों एवं नर्सों के विरुद्ध भेदभाव बरतने एवं इसके लिए सरकारी व्यय,चिकित्सीय सुविधायें देने पर रोक संबंधी कानून शामिल हैं।
अमेरिका के संविधान के मुताबिक किसी भी विनिमय के पूर्ण कानून बनने के लिए 60 दिन की प्रतीक्षा अवधि जरूरी है। इसलिए कई राष्ट्रपति कोशिश करते हैं कि 20 जनवरी को नए राष्ट्रपति के पदभार ग्रहण से पहले प्रमुख विनियम समय रहते कानून बनकर लागू हो जाए।