संतुलित आहार में क्या-क्या?
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राज जैन * आपको जितनी भूख है उसका तीन चौथाई हिस्सा ही खाएँ। एक चौथाई भाग पानी के लिए छोड़ दें। खाने के थोड़ी देर बाद ही पानी पीएँ। इससे खाना अच्छे से पचेगा। * भोजन को पचाने में रेशेदार तत्वों का भी विशेष महत्व है। अपने आहार में रेशेदार व रसीले फलों को भी लें। इनसे विटामिन्स भी मिलेंगे और भोजन पचने में मदद भी मिलेगी। * पौष्टिक तत्वों के लिए अपने भोजन में अंकुरित अनाजों को भी शामिल करें।* यदि आप चाहते हैं कि आपके शरीर का आकार सुडौल रहे तो अपने भोजन में अधिक मसाले, तेल व शकर का प्रयोग न करें। * प्रतिदिन भोजन में कच्ची सब्जियाँ व फलों को शामिल करें। यह मोटापे को कम करने में मददगार होगा।* यदि आपको अक्सर ही पार्टियों में जाना पड़ता है तो दूसरे दिन उसको संतुलित करने के लिए सूप, फल का रस, फल, सलाद इनका एक समय का आहार रखें। पाचन शक्ति इससे सही रहेगी। * जब भूख लगी हो तब न खाकर बाद में अधिक खाना शरीर की स्वाभाविक प्रक्रिया में बाधा पहुँचाता है। ऐसी गलती न करें। भूख के अनुसार ही खाएँ। * विटामिन्स, प्रोटीन्स, खनिज जो शरीर के लिए जरूरी हैं ऐसे सभी पदार्थों को प्रतिदिन अपने आहार में जरूर रखें। * जहाँ तक हो सके शीघ्र सुपाच्य पदार्थों का ही सेवन करें। इनसे आप कब्ज या गैस जैसे रोगों से बचे रहेंगे। * खाना खाने का भी तरीका अपनाएँ। प्रसन्न मन से एक जगह बैठकर भोजन करें। इस समय तनाव और चिंता छोड़ दें। अच्छे सलीके से किए गए भोजन से तन और मन दोनों ही प्रभावित होते हैं। * अच्छे स्वास्थ्य के लिए प्रतिदिन 8 से 10 गिलास तक पानी पीएँ।