निर्माता : विष्णु मनोहर, प्रभाकर शुक्ला निर्देशक : सचिन गोटे संगीत : विवेक प्रकाश
इन दिनों एनीमेशन फिल्मों का बाजार गर्म है। कई बड़े कलाकार इन फिल्मों में अपनी आवाज दे रहे हैं या फिर इनके निर्माण से जुड़े हैं। इस श्रृंखला में आने वाली है "बारू : द वंडर किड" फिल्म।
यह एनीमेशन फिल्म एक अनाथ बच्चे बारू की कहानी है जिसका जीवन बचपन से ही कठिनाइयों से भरा हुआ है। वह अपनी बहन अनन्या यानी अनि को अपने प्रयासों से शैतानों के राजा झुकायू के चंगुल से कैसे छुड़ाता है, यही फिल्म की कहानी है।
बारू के माता-पिता बेहद सीधे-साधे और ईमानदार थे। उन्होंने भगवान से प्रार्थना की थी कि उन्हें कोई ऐसी शक्ति मिल जाए जिससे वे अपना जीवन ठीक से बिता सकें और दूसरों की भी मदद कर सकें।
भगवान उनकी मुराद पूरी कर देते हैं और एक बेटी देते हैं। अनन्या नाम की यह बेटी जिसे सब प्यार से अनि पुकारते हैं उसे तीन साल का पूरा होने पर भगवान की तरफ से "काबुम" नाम की शक्ति मिलती है।
अनि को काबुम मिलने की खबर शैतान के पास पहुँच जाती है और वह इस शक्ति के लिए अनि को छीनने की चाल चलने लगता है। यह काम उसे तीन साल का पूरा होने के पहले ही करना होता है।
अनि के जन्म के कुछ दिन बाद जब घर वाले अनि को लेकर जंगल के रास्ते दूसरे गाँव जा रहे होते हैं तो ऐसी रहस्यमयी घटना घटती है कि माता-पिता और अनि सब गायब हो जाते हैं।
अकेला बारू अपनी बहन को ढूँढता है। उसे झुकायू के बारे में कुछ पता नहीं होता, पर वह अनि को वापस लाने का संकल्प लेता है और पूरी ताकत से इस काम में जुट जाता है।
वह अपनी कमजोरियों पर काबू पाता है और अंदरूनी शक्तियों को पहचानता है। कठिनाई के समय बहुत से लोगों का दिल जीतता है और अंत में झुकायू से अपनी बहन को छुड़ा लाता है।
इस एनिमेशन फिल्म में जगजीत सिंह, भाग्यश्री, व्रजेश हीरजी, शरद केलकर, अविका गौर ने अपनी आवाज दी है।