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Written By BBC Hindi
Last Modified: मंगलवार, 11 जनवरी 2011 (16:35 IST)

फेसबुक विवाद में करोड़ों डॉलर दाँव पर

facebook founder controversy | फेसबुक विवाद में करोड़ों डॉलर दाँव पर
BBC
सोशल नेटवर्किंग साइट फेसबुक की लोकप्रियता किसी से छिपी नहीं है और न ही मार्क जकरबर्ग की जो इसके संस्थापक माने जाते हैं। लेकिन ये साइट खोलने का विचार किसका था, इसे लेकर अब भी विवाद चल रहा है। हार्वड के तीन छात्रों का दावा है कि फेसबुक का असल आइडिया उनका था।

इस विवाद के निपटारे के लिए 2008 में हार्वड के तीन छात्रों को फेसबुक ने छह करोड़ पचास लाख डॉलर रुपए दिए थे लेकिन अब इन तीनों ने फिर से अदालत का रुख किया है। उनका कहना है कि जब ये निपटारा हुआ था तो फेसबुक ने अपना स्टॉक प्राइस गलत बताया जिस कारण समझौते के तहत उन्हें कम पैसे मिले।

टाइलर, कैमरून और दिव्या नरेंद्र आरोप लगाते रहे हैं कि जकरबर्ग ने उनका आइडिया चुराकर साइट शुरू की। हार्वड से ही पढ़ने वाले मार्क जकरबर्ग इन दावों को गलत बताते हैं। टाइलर और कैमरून विंकलवॉस और उनके साथी दिव्या नरेंद्र अब चाहते हैं कि मामले की सुनवाई दोबारा हो।

वे अपील करने वाले हैं कि कोर्ट फेसबुक के साथ हुए पुराने समझौते को रद्द कर दे ताकि वे कानूनी तौर पर फेसबुक से और पैसा माँगने का मुकदमा दायर कर सकें और मार्क जकरबर्ग से ये मनवा सकें कि उन्होंने आइडिया चुराया।

मिलेगा और पैसा?
इन लोगों के वकील जीरो फाक ने बताया, पहले जो समझौता हुआ था उसमें दो करोड़ डॉलर कैश और चार करोड़ 50 लाख डॉलर के शेयर शामिल थे। ये इस आधार पर तय हुआ था कि हर शेयर की कीमत 36 डॉलर है। लेकिन फेसबुक ने शेयरों की कीमत को लेकर उस समय कुछ अहम जानकारियाँ छिपाई थीं जो कानून का उल्लंघन है। इस वजह से हमें शेयर चार गुना कम संख्या में मिले।

पूर्व में दी गई इंटरव्यू में जुड़वा भाई टाइलर और कैमरून विंकलवॉस कह चुके हैं कि फेसबुक ने मुकदमे में गलत तरीका अपनाया गया और मार्क ने उनका आइडिया चुराया था।

अगर हावर्ड के तीनों पूर्व छात्र अपना मुकदमा जीत जाते हैं तो उन्हें मुआवजे के तौर पर पहले के मुकाबले कहीं ज्यादा पैसा मिलेगा। लेकिन अगर वे हार जाते हैं कि पहले से मिली छह करोड़ 50 लाख डॉलर की राशि से वे हाथ धो बैठेगें।

अगर अदालत पिछले समझौता को अमान्य कर देती है तो फेसबुक को ये तय करना होगा कि क्या वो मामला अदालत में आगे लड़ना चाहता है या फिर और पैसा देकर मामला निपटाना चाहता है।

कुछ दिन पहले ही फेसबुक को एक निजी कंपनी की ओर से 50 करोड़ डॉलर का निवेश मिला है। इसके बाद फेसबुक अब 50 अरब डॉलर की कंपनी हो गई है। ये निवेश रुस की एक प्रौद्योगिकी कंपनी और निवेश बैंक गोल्डमैन सैशज ने किया है। उम्मीद की जा रही है कि फेसबुक अब शेयर बाजार में भी कदम रखेगा।