भारत के उद्योग और वाणिज्य मामलों से जुड़े प्रतिष्ठित संगठन एसोचैम का कहना है कि आने वाले दिनों में भारत के विभिन्न सेक्टरों में 25 प्रतिशत नौकरियों की कटौती होगी। एसोचैम के दिवाली के बाद के ताजा विश्लेषण में यह बात सामने आई है। ये विश्लेषण विभिन्न क्षेत्रों में लोगों से बातचीत के बात किया गया है।
एसोचैम का कहना है स्टील, सीमेंट, सूचना प्रौद्योगिकी, बिजनेस प्रोसेस आउटसोर्सिंग, वित्तीय एवं ब्रोकरेज सर्विसेज, रियल एस्टेट, निर्माण और उड्डयन क्षेत्रों में नौकरियों में कटौती होने की प्रबल आशंका दिखाई देती है।
संगठन के अनुसार अधिकतर कंपनियाँ वैश्विक मंदी के प्रभाव में हैं और कई कंपनियों ने नौकरियों में कटौती दिवाली के कारण रोक रखी थीं।
संगठन के प्रमुख सज्जन जिंदल का कहना है कि इन सेक्टरों ने कटौती की पूरी योजना बना रखी है और अगले दस दिनों में इन कटौतियों की घोषणा हो सकती है।
उनका कहना है इस बार कंपनियों ने बोनस और एकमुश्त राशि भी नहीं दी है। इसके अलावा परफॉर्मेंस से जुड़ी वेतन वृद्धि और उपहार भी कम दिए गए हैं। इसका अगला कदम छँटनी ही हो सकता है।
एसोचैम ने इन छँटनियों का समर्थन किया है और कहा है कि इसके जरिए कंपनियाँ उन लोगों से छुटकारा पा सकेंगी, जो अच्छा काम नहीं कर रहे हैं।
इतना ही नहीं संगठन का कहना है कि दिवाली से पहले की खरीदारी में भी कमी देखी जा सकती है। उल्लेखनीय है कि पिछले एक महीने में पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था में भूचाल आ गया है और अमेरिका में कई बैंक तक डूब गए हैं। इसका असर भारतीय अर्थव्यवस्था पर भी पड़ा है, जिसे साफ तौर पर शेयर बाजार में देखा जा सकता है।
एसोचैम ने जिन सेक्टरों के नाम गिनाए हैं, उन सभी के शेयर तेजी से गिरे हैं और विश्लेषक मानते हैं कि ये सेक्टर आने वाले दिनों में मुश्किल में आ सकते हैं।