Last Modified: अहमदाबाद ,
रविवार, 30 दिसंबर 2012 (16:29 IST)
वर्ष 2012 में समाचारों में छाए रहे नरेन्द्र मोदी
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गुजरात के लिए यह वर्ष काफी चहल-पहल और घटनाओंभरा रहा। एक ओर नरेन्द्र मोदी आसानी से तीसरी बार विधानसभा चुनाव जीतकर चौथी बार मुख्यमंत्री बने और वर्ष 2014 के आम चुनाव के लिए भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद की अपनी दावेदारी पक्की कर ली तो दूसरी ओर गोधरा कांड के बाद हुए दंगों के मामले में अदालत ने पूर्व मंत्री माया कोडनानी सहित अन्य कई लोगों को दोषी करार दिया।
इस वर्ष अंतरराष्ट्रीय जगत में भी मोदी के लिए बेहतर माहौल रहा। ब्रिटेन ने 10 वर्ष से जारी मोदी के बहिष्कार को समाप्त कर दिया और ब्रिटिश उच्चायुक्त जेम्स बेवेन गांधीनगर पहुंचकर मोदी से मिले।
गोधरा के बाद वर्ष 2002 में हुए दंगों में उच्चतम न्यायालय की ओर से गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) ने मोदी को क्लीन चिट दे दी। एसआईटी की इस रिपोर्ट को स्थानीय अदालत ने सार्वजनिक किया था।
यह जांच गुलमर्ग सोसायटी कांड में कांग्रेस के पूर्व सांसद एहसान जाफरी की पत्नी जाकिया जाफरी की शिकायत पर की गई थी।
इसी महीने हुए विधानसभा चुनाव में मोदी ने सत्ता-विरोधी लहर और पार्टी छोड़ चुके अनुभवी नेता केशूभाई पटेल की ओर से मिली चुनौतियों को पछाड़कर जीत हासिल की।
मोदी ने 26 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। इस वर्ष दंगों के मामलों में तीन महत्वपूर्ण फैसले आए। इन सभी मामलों की एसआईटी ने दोबारा जांच की थी। (भाषा)