भारतीय राजनीति के लिए वर्ष 2012 काफी उलटफेर वाला रहा। कहीं नेताओं पर घोटालों के दाग लगे तो येदियुरप्पा ने भाजपा से अलग होकर नई पार्टी बनाई। यह वर्ष अपनी विदाई बेला में नरेन्द्र मोदी का कद जरूर बढ़ा गया।10. उत्तराखंड में बहुगुणा की 'विजय'
पहाड़ी राज्य में हुए विधानसभा चुनाव के कड़े मुकाबले में भाजपा को मुंह की खानी पड़ी और कांग्रेस के विजय बहुगुणा राज्य के मुख्यमंत्री बने। हालांकि दोनों ही प्रमुख दलों की सीटों में मात्र एक सीट का अंतर था, लेकिन अन्य विधायकों के समर्थन के चलते कांग्रेस सत्ता पर काबिज हो गई। यहां कांग्रेस को 32, जबकि भाजपा को 31 सीटें मिली थीं। इस चुनाव का सबसे बड़ा उलटफेर भाजपा के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भुवनचंद्र खंडूरी चुनाव हार गए थे।