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Written By कमल शर्मा

शॉर्ट टर्म में उथल-पुथल भरा रहेगा शेयर बाजार

शेयर बाजार
अमेरिका, जापान, ब्रिटेन, चीन और भारत सहित दुनियाभर के देश अरबों डॉलर के आर्थिक पैकेज के माध्‍यम से महामंदी को दूर भगाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं लेकिन यह सफल होती नहीं दिख रही है।

  ओबामा ने अमेरिकी विरोधी बने देशों का भरोसा जीतने का प्रयास शुरू किया है, जिससे आगे चलकर कई चीजें सकारात्‍मक होती नजर आ रही है। हालाँकि, किसी भी देश के पास मंदी को भगाने की जादुई छड़ी नहीं है जिससे शेयर बाजारों में आने वाले दिनों में उथलपुथल मची रहेगी      
अमेरिकी राष्‍ट्रपति बराक ओबामा ने वॉल स्‍ट्रीट की उन कंपनियों के प्रमुखों को लताड़ा है जो बेलआउट पैकेज के तहत मिले पैसे से मौज-मजा कर रहे थे। साथ ही ओबामा ने अमेरिकी विरोधी बने देशों का भरोसा जीतने का प्रयास शुरू किया है, जिससे आगे चलकर कई चीजें सकारात्‍मक होती नजर आ रही हैं। हालाँकि, किसी भी देश के पास मंदी को भगाने की जादुई छड़ी नहीं है जिससे शेयर बाजारों में आने वाले दिनों में उथल पुथल मची रहेगी।

घरेलू मोर्चे पर बात करें तो केंद्र सरकार रेल बजट, अंतरिम बजट पेश करने जा रही है जिनमें जनता को राहत के लिए ढेरों वचन मिलेंगे। सरकार संसद के इस अंतिम सत्र में जनता और केवल जनता के फायदे के लिए हरसंभव घोषणा करती नजर आएगी क्‍योंकि इस सत्र के बाद देश में आम चुनाव होना हैं।

  चुनाव से पहले मीडिया के लिए आर्थिक पैकेज लाने की घोषणा की गई है, जिसके बाजार में अनेक मायने निकाले जा रहे हैं कि मौजूदा सरकार मीडिया की नाराजगी मोल नहीं लेना नहीं चाहती जबकि अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ वाले अनेक सेक्‍टरों को बड़े पैकेज की जरूरत थी       
लेकिन औद्योगिक उत्‍पादन के आने वाले आँकड़े यदि सकारात्‍मक नहीं आए तो बाजार की चाल बिगड़ सकती है। सरकार पहले ही दो स्‍टीम्‍युलस पैकेज ला चुकी है लेकिन उसका लाभ होता नजर नहीं आ रहा है। अब चुनाव से पहले मीडिया के लिए आर्थिक पैकेज लाने की घोषणा की गई है, जिसके बाजार में अनेक मायने निकाले जा रहे हैं कि मौजूदा सरकार मीडिया की नाराजगी मोल नहीं लेना नहीं चाहती जबकि अर्थव्‍यवस्‍था की रीढ़ वाले अनेक सेक्‍टरों को बड़े पैकेज की जरूरत थी।

  शेयरों में पूरे गाँव ने कमाया और मैं रह गया, का लालच छोड़ दें क्‍योंकि आम चुनाव से पहले और बाद में ऑपरेटर बड़ा खेल खेलेंगे, जिसमें आम निवेशक फँस सकते हैं लेकिन सेंसेक्‍स 7100-7700 के बीच आता है तो शेयरों में दो साल की अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है      
शेयर बाजार इस समय जिस उथल-पुथलभरी स्थिति से गुजर रहा है उसमें निवेशकों को सलाह है कि वे लालच से बचें। यह नहीं सोंचें कि रिलायंस नेचुरल चार दिन में 25 रुपए से 125 रुपए हो गया, रिलायंस पेट्रोलियम 65 रुपए से 165 रुपए पहुँच गया, ऑर्बिट कॉरपोरेशन एक ही दिन में 50 फीसदी बढ़ गया, इन शेयरों में पूरे गाँव ने कमाया और मैं रह गया, का लालच छोड़ दें क्‍योंकि आम चुनाव से पहले और बाद में ऑपरेटर बड़ा खेल खेलेंगे, जिसमें आम निवेशक फँस सकते हैं लेकिन सेंसेक्‍स 7100-7700 के बीच आता है तो बेहतर प्रबंधन ओर बुनियाद वाली कंपनियों के शेयरों में कम से कम दो साल की अवधि के लिए निवेश किया जा सकता है।

बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी बीएसई सेंसेक्‍स 9 फरवरी से शुरू हो रहे नए सप्‍ताह में यदि यह 8977 अंक के स्‍तर को तोड़ता है तो यह 8686 तक जा सकता है। इसका अहम सपोर्ट 9595 है। जबकि नेशनल स्‍टॉक एक्‍सचेंज यानी एनएसई का निफ्टी 2733 अंक के स्‍तर को तोड़ता है तो यह 2655 तक जा सकता है। इसका अहम सपोर्ट 2929 है। केंद्र सरकार अब रेल और अंतरिम बजट की अंतिम तैयारी में जुटी है जिसकी वजह से अनेक चर्चाएँ बाजार में फैलेंगी और सेंसेक्‍स उतार-चढ़ाव के दौर से गुजरेगा।

कल्‍पतरु मल्‍टीप्‍लायर के वाइस चेयरमैन आदित्‍य जैन का कहना है कि दलाल स्‍ट्रीट के निवेशकों को बचे हुए बालों के लिए बिल्‍लू बार्बर की नहीं, धोनी की जरूरत है। औद्योगिक उत्‍पादन के अच्‍छे नंबर आते हैं तो फौरी तौर पर बाजार को ट्रिगर मिल सकता है एवं चुनिंदा सेक्‍टर में खरीद निकल सकती है जिससे 9679-9716-9806 तक के नीले बार चार्ट पर छप सकते हैं।

आईआईपी के नंबर कमजोर आते हैं तो 8747 पर भारी सपोर्ट है जो 45 दिन का लो क्‍लोजिंग है। ये नंबर ब्रेक होते हैं तो बड़े क्रेक चार्ट पर दिख सकते हैं। महँगाई दर के साथ क्रूड में बड़ी गिरावट से बाजार 9900-9976 के अहम रेसीसटेंस को तोड़ने की कोशिश कर सकता हे। लालू के बजट के अच्‍छे इशारे से सरकार की मंशा देखकर सेंसेक्‍स दस हजारी घोड़े पर बजट के बाद बैठ सकता है।

  तकनीकी विश्‍लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बीएसई सेंसेक्‍स 9450 के ऊपर बंद होता है तो पुलबैक दिखाई देगा और सेंसेक्‍स 9552-9768-9823 अंक तक जा सकता है। यदि किसी स्थिति में यह बढ़कर 9823 के ऊपर बंद होता है तो सेंसेक्‍स 10327 से ऊपर दिखाई देगा      
तकनीकी विश्‍लेषक हितेंद्र वासुदेव का कहना है कि बीएसई सेंसेक्‍स 9450 के ऊपर बंद होता है तो पुलबैक दिखाई देगा और सेंसेक्‍स 9552-9768-9823 अंक तक जा सकता है। यदि किसी स्थिति में यह बढ़कर 9823 के ऊपर बंद होता है तो सेंसेक्‍स 10327 से ऊपर दिखाई देगा। स्‍टॉप लॉस 8631 का रखते हुए निवेशक 9700-10000-10945 के स्‍तर पर लांग पोजीशन से बाहर निकल जाएँ।

बॉम्‍बे स्‍टॉक एक्‍सचेंज के ब्रोकर प्रदीप सी. दोषी का कहना है कि निवेशकों को रियलिटी, कमोडिटी स्‍टॉक, एयरलाइन, होटल और टूरिज्‍म स्‍टॉक से दूर रहना चाहिए। टूरिज्‍म एवं होटल स्‍टॉक्‍स में निवेश तभी करें जब कम से कम दो साल और बुरे समाचार सुनने के लिए तैयार हों। लेकिन बेहतर भविष्‍य को देखते हुए यूटीलिटी, एनर्जी, रिफाइनरी और हेल्‍थकेयर सेक्‍टर की कंपनियों में निवेश किया जा सकता है।

इस सप्‍ताह निवेशक रैलीज इंडिया, पिरामल हेल्‍थकेयर, टीवी 18, एचटी मीडिया, जी न्‍यूज, संघवी मूवर्स, रिलायंस कैपिटल, सेसा गोवा और पेट्रोनेट एलएनजी पर ध्‍यान दे सकते हैं।

* यह लेखक की निजी राय है। किसी भी प्रकार की जोखिम की जवाबदारी वेबदुनिया की नहीं होगी।