इरफान की अदाकारी
मस्ट वॉच
देश के लिए जी-जान लगा देने वाले अनेक खिलाड़ियों का भविष्य खेल जगत से हटने के बाद सरकार की उपेक्षा की वजह से किस बुरी दशा में पहुँच सकता है, इस बात को तिग्मांशु धूलिया के डायरेक्शन में बनी फिल्म पानसिंह तोमर सोचने पर विवश करती है। फिल्म की कहानी एथलीट पानसिंह तोमर (इरफान खान) के जीवन पर आधारित है, जो एक फौजी है। पानसिंह का चयन 1958 में टोक्यो के एशियन गेम्स के लिए हो जाता है। वहाँ से लौटकर पानसिंह भारतीय नेशनल गेम में गोल्ड मैडल हासिल करता है। पानसिंह तोमर की जिंदगी में बदलाव तब आता है, जब उसकी जमीन पर जबरिया उसके रिश्तेदार कब्जा कर लेते हैं। पुलिस के सहायता न करने पर मजबूरन उसे हथियार उठाना पड़ते हैं। इस सारी कवायद को तिग्मांशु धूलिया ने बहुत ही संजीदगी से स्क्रीन पर उतारा है। इरफान खान की अदाकारी ने पानसिंह तोमर के कैरेक्टर में जान फूँक दी है।