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कौन थीं फ्लोरेंस नाइटेंगल?
शुक्रवार,मई 12, 2023
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आज के युग में ऐसा कोई भी क्षेत्र नहीं जहां महिलाओं ने अपनी पहचान और समानता की परिभाषा न बदली हो। ऐसे ही महिला सशक्तिकरण से प्रेरित होकर टाइम्स ने "women of the year 2023" ख़िताब से दुनियाभर से 12 महिलाओं को नवाज़ा है।
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ऐसा ही एक नाम है आनंदी गोपाल जोशी। आनंदी गोपाल जोशी का जन्म महाराष्ट्र में ठाणे के कल्याण में 31 मार्च 1865 में हुआ था। वो एक ब्राह्मण परिवार में पैदा हुई थीं। उनके बचपन का नाम यमुना था। जब वे महज 9 साल की थीं तो 20 साल बड़े गोपालराव जोशी से उनकी ...
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अगर इन्होंने किया है तो आप भी कर सकती हैं, एंजेलिना जोली से लेकर महिमा चौधरी तक, जानिए इन अभिनेत्रियों की कैंसर से जंग के बारे में
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बात ज्यादा पुरानी नहीं है। मेरे पास एक सहायक थी घरेलू कामों में सहायता के लिए। बेहद ईमानदार, मेहनती, दुबली-पतली पर जीवट। नाम था पूनम। आई तो खाना बनाने के लिए थी पर कुछ समय बाद उसने सभी काम करने के लिए मुझसे पूछा।मैंने भी उसे परखा हुआ था, सो उसी को ...
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परमवीर चक्र के रंग, रूप और आकार को जिन हाथों ने तैयार किया वह एक स्विस महिला इवा योन्ने लिंडा महिला थीं जो भारत के प्रेम में इस कदर डूबीं कि सावित्री बाई खानोलकर के नाम से पहचानी गई। आइए जानते हैं प्रमुख बिंदुओं के माध्यम से उनकी अनोखी गाथा....
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ग्रामीण इलाकों से आने वाली इन 10 महिलाओं ने नामुमकिन को मुमकिन कर दिखाया
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अपार संघर्ष करके इतना बड़ा मुकाम हासिल करने वाली मध्य प्रदेश की इस होनहार बेटी का नाम है-अंकिता नागर। अंकिता कहती हैं 'मैंने अपने चौथे प्रयास में व्यवहार न्यायाधीश वर्ग-दो भर्ती परीक्षा में सफलता हासिल की है। अपनी खुशी को बयान करने के लिए मेरे पास ...
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राष्ट्रीय स्तर पर यह चमकदार उपलब्धि दर्ज हुई है हमारी बेटियों के नाम... श्रुति शर्मा, अंकिता अग्रवाल, गामिनी सिंगला आज ये 3 नाम किसी परिचय के मोहताज नहीं... जी हां, भारतीय लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) ने सोमवार को सिविल सेवा परीक्षा 2021 के नतीजों की ...
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इंदौर शहर की जानी-मानी महिला शक्ति स्तंभ-समाज सेविका श्रीमती जनक पलटा मगिलिगन, जितनी वे स्वयं सरल, सहज और सौम्य हैं उनका परिचय देना उतना ही कठिन है।
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साल 2021 को अलविदा कहने से पहले भारत ने बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की। हरनाज कौर संधू ने मिस यूनिवर्स 2021 (harnaaz kaur Sandhu Miss Univers 2021) का ताज अपने नामकर भारत के लिए गर्व की बात है। हरनाज कौर संधू ने 70वें मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम ...
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महिलाओं का दूसरा नाम है त्याग और समर्पण...मां,बेटी,बहन,बहू,पत्नी के रूप में प्यार लुटाया तो जमीन हो या आसमान या हो सागर की अथाह गहराई हर क्षेत्र में उन्होंने अपनी काबिलियत का दम दिखाया इतना ही नहीं समय आने पर मां दुर्गा का रूप धारण कर दुश्मनों का ...
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भारत एक विविध संस्कृति वाला देश है। जहां की संस्कृति, कला, मान्यताएं, अनूठे रीति-रिवाज बल्कि मौसम भी प्रमुख है। देश में आज कई ऐसे व्यक्ति है जो स्वार्थ से परे देश,समजा और दुनिया के हित में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। भारत में हर साल शिक्षिका, विज्ञान, ...
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25 साल की भारत की बेटी निकहत जरीन ने वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक हासिल कर इतिहास रच दिय। मैरीकॉम के बाद वो बॉक्सिंग में विश्व विजेता बनने वाली 5वीं भारतीय महिला बन चुकी है। उन्होंने तुर्की में खेली गए वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियनशिप के ...
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WD|
शुक्रवार,अगस्त 5, 2022
नाजुक सी बेटी जब जन्म के बाद पहली बार पिता के हाथों में आती है तो अरमानों के बादलों पर सवार हो उनका मन ऊंची उड़ान भरने लगता है। और फिर एक दिन उन्हीं अरमानों की उड़ान भर कर बेटी अपना कर्तव्य अदा करती है वाकई सलाम ही किया जा सकता है। जी हां, हम बात ...
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लेफ्टिनेंट जनरल माधुरी कानिटकर सशस्त्र बलों में करियर की तलाश में एक युवा महिला के लिए एक प्रेरणास्रोत हैं जिन्होंने लेफ्टिनेंट जनरल का पद ग्रहण किया है। बता दें कि यह सेना में ऐसी तीसरी महिला हैं, जो इस पोस्ट पर पहुंची हैं......
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आज हम एक ऐसी ही नारी शक्ति के बारे में जानने जा रहे हैं, जो हर एक महिला के लिए प्रेरणास्रोत है। हम में से ऐसी कई महिलाएं व लड़कियां हैं, जो उन्हें अपना आदर्श मानती हैं और वे हैं इंदौर की पहली महिला एसएसपी रुचिवर्धन मिश्र।
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गुजरात की क्षमा बिंदु की वजह से सोलोगैमी शब्द इन दिनों चर्चा में हैं। गूगल सर्च इस शब्द से भरा पड़ा है। लोगों के बीच प्रचलित हो रहे सोलोगैमी शब्द के बारे में अपनी अपनी समझ से कयास लगाए जा रहे हैं। कोई लड़की को गलत, मेन्टल, साहसी, बोल्ड, अटेंशन सीकर ...
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महाराष्ट्र की मदर टेरेसा सिंधु ताई सपकाळ नहीं रहीं...4 जनवरी 2022 की रात 8 बजकर 10 मिनट पर उन्होनें दुनिया को अलविदा कह दिया...सिंधु ताई सपकाळ को महाराष्ट्र की मदर टेरेसा कहा जाता था। सिंधु ताई एक ऐसी मां थीं जिनके आंचल में एक-दो नहीं, बल्कि हजारों ...
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किसी मदद करने के लिए धन से ज्यादा मन की आवश्यकता होती है। मजबूत इरादों और संवेदनशील दिल की जरूरत होती है। तक्षशिला महिला स्व सहायता समूह समाज के लिए समर्पित सशक्त महिलाओं का एक ऐसा संगठन है जो तिनका तिनका उम्मीदों से शुरू हुआ था और आज यह नीड़ अपने ...
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