क्या भारत में मुस्लिमों ने सड़क जाम कर नमाज अदा की...जानिए वायरल तस्वीर का सच...
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इस्लामिक देशों में जो गलत है वह भारत में सही कैसे सड़कों पर नमाज पढ़ना प्रतिबंधित है इस्लामिक देशों में भारत में सड़कों पर नमाज पढ़ना क्यों प्रतिबंधित नहीं हो सकता। हिन्दू कोई भी धर्मिक कार्य रोड़ पर करता है तो उसे परमिशन लेनी पड़ती है तो फिर इन लोगो को आजदी क्यो” - इस मैसेज के साथ एक तस्वीर लगभग एक हफ्ते से सोशल मीडिया पर घूम रहा है। इस तस्वीर में सैंकड़ों लोग सड़क पर नमाज अदा करते दिख रहे हैं, जिससे सड़क ब्लॉक हो गई है और कई गाड़ियां फंस गई हैं।
वायरल तस्वीर को इस कैप्शन के साथ भी शेयर किया गया है- “
ध्यान से देखो इस फोटो मे इसमें बसें, कार, टैक्सी, जीप, एम्बुलेंस और इनमे स्कूल जाते बच्चे, ऑफिस जाते लोग, यात्री, राही होंगे, एम्बुलेंस मे पेशेंट होंगे पर इन सभी से ज्यादा जरुरी अल्लाह की इबादत है कोई अस्थमा, दमा, हार्ट पेशंट मर भी जाए तो क्या…इबादत पहले है”।
तस्वीर की सच्चाई क्या हैहमने गौर किया कि वायरल तस्वीर पर एक स्टाम्प लगा है- robertharding.com। आपको बता दें कि robertharding.com एक फोटो लायब्रेरी है। इस फोटो लायब्रेरी पर हमें वायरल तस्वीर भी मिल गई। इसका फोटो आईडी भी वही है, जो वायरल तस्वीर में है- 858-3।
लेकिन इस तस्वीर पर कैप्शन लिखा था- “बांग्लादेश के टोंगी में बिस्व इज्तेमा के लिए बड़ी संख्या में एकत्रित होने के कारण मुस्लिम सड़क पर नमाज अदा कर रहे हैं”। इस कैप्शन से साफ है कि यह बांग्लादेश की तस्वीर है न कि भारत की।
इज्तेमा क्या है?इज्तेमा अरबी भाषा का एक शब्द है जिसका मतलब कई लोगों का एक जगह पर इकट्ठा होना है। गौरतलब है कि हज के बाद यह दूसरा आयोजन है, जहां इतनी बड़ी संख्या में मुसलमान इकट्ठा होते हैं।
इज्तेमा में मजहब की भलाई और उसके प्रचार-प्रसार की बातें की जाती हैं। दुनिया भर में प्रमुख तौर पर सिर्फ तीन जगह यह सम्मलेन होता है।
मध्य प्रदेश के भोपाल, पाकिस्तान में लाहौर के पास रायविंड और बांग्लादेश की राजधानी ढाका के पास टोंगी में सबसे बड़े इज्तेमा का आयोजन होता है।
वेबदुनिया की पड़ताल में पाया गया है कि सड़क जाम कर नमाज अदा करने की तस्वीर भारत की नहीं बल्कि बांग्लादेश की है।