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Last Modified: गुरुवार, 21 जनवरी 2021 (14:34 IST)

यूपी में नए साल का कैलेंडर बताएगा प्रियंका गांधी की संघर्ष गाथा

यूपी में नए साल का कैलेंडर बताएगा प्रियंका गांधी की संघर्ष गाथा - Priyanka struggle story in UP new year calender
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को नए सिरे से खड़ा करने में व्यस्त पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की संघर्ष गाथा को नए साल के कैलेंडर के जरिये जन-जन तक पहुंचाने का अनूठा कार्य किया जा रहा है।
 
पार्टी के मीडिया को-ऑर्डिनेटर ललन कुमार ने गुरुवार को बताया कि नए साल पर उत्तर प्रदेश में हर गांव और हर शहर तक श्रीमती वाड्रा द्वारा भेजे गए कैलेंडर कांग्रेस पार्टी पहुंचा रही है। पार्टी फिलहाल अपने संगठन सृजन अभियान में व्यस्त है। प्रदेश में न्याय पंचायत के अध्यक्षों और ब्लाक कांग्रेस कमेटी के गठन का काम बहुत तेजी से चल रहा है। कांग्रेस के पदाधिकारी तीन जनवरी से अपने प्रभार वाले जिलों में प्रवास पर है।
 
उन्होंने बताया कि प्रियंका गांधी ने 10 लाख कैलेंडर यूपी में भेजे हैं। नव वर्ष के कैलेंडर को हर गांव और शहरों के हर वार्ड तक वितरित करने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया गया है। हर जिले और शहर कमेटी के लिए उसके आबादी के लिहाज से कैलेंडर दिए जा रहे हैं।
 
कैलेंडर में यूपी की प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के जनसंपर्कों और संघर्षों की तस्वीरें हैं। 12 पेज के इस कैलेंडर में पहले पेज पर सोनभद्र के उभ्भा जनसंहार के बाद अपनी संवेदना व्यक्त करने सोनभद्र पहुंचीं प्रियंका गांधी की तस्वीर आदिवासी महिलाओं के साथ छपी है। कैलेंडर में हाथरस में पीड़िता के मां से गले लगते पार्टी महासचिव की तस्वीर छपी है।
 
हाथरस जाते हुए रास्ते में पुलिसिया लाठीचार्ज से कार्यकर्ताओं को बचाते हुए भी महासचिव की तस्वीर भी इस कैलेंडर में है। सीएए-एनआरसी के खिलाफ लगातार सड़कों पर संघर्ष करती रही प्रियंका की एक तस्वीर आज़मगढ़ जिले की भी है, जिसमें वे पीड़ित परिवार की एक बच्ची के आंसू पोछ रही हैं।
 
कैलेंडर में अमेठी, रायबरेली, हरियाणा, झारखंड सहित यूपी में प्रियंका गांधी द्वारा किए गए जनसंपर्कों की तस्वीरें बहुत करीने से छापी गई हैं।
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