काशी में देव दीपावली, घाटों पर दीपों की कतार देखकर भक्त हुए प्रसन्न
Kashi Dev Deepawali : देव दीपावली पर्व पर काशी के सभी घाटों की छटा देखते ही बनती है, वाराणसी के गंगा का कोना-कोना सोमवार को असंख्य दीपों से जगमगाता दिखाई दिया। बड़ी संख्या में दूर-दराज से गंगा घाट पर देव दीपावली उत्सव मनाने और भक्त पहुंचे, घाटों पर जलते दीपक की रोशनी भक्तों को बरबस अपनी तरफ खींच रही है।
इसे देखकर ऐसा लग रहा है धरती और गंगा तट पर की इस अलौकिक आभा को देखकर आसमान से देवता भी धराती पर उतर कर देव-दीपावली मनामना रहे हैं। वही दूर-दराज से आये सैलानियों ने अदृश्य देवताओं के साथ देव दीपावली का पर्व मनाया हो।
देव दीपावली पर्व काशी के सभी घाटों पर गंगा आरती का आयोजन हुआ। इस आरती का हिस्सा बनने के लिए भक्त पूरे साल इंतजार करते हैं। इस वर्ष लगभग 10 लाख पर्यटक वाराणसी पहुंचे। यहां के अस्सी घाट पर महाआरती का विशेष आयोजन हुआ, वर्ष 2023 में काशी के सभी 84 घाट पर 21 लाख दीयों को प्रज्वलित किया गया।
गंगा के तट़ पर कतारों और विभिन्न आकृतियों में जलते दीपक की लौ मन को हर्षित कर रही थी। यहां आयें भक्त इस अनोखी छठा क़ अपने कैमरे में कैद करते नजर आए। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुनिया को देव दीपावली की भव्यता से परिचित करवाया, उनके साथ काशी धाम में 70 देशों के राजदूत समेत करीब 140 विदेशी प्रतिनिधि भी बनारस पहुंचे थे। दशाश्वमेघ घाट पर रिद्धि-सिध्दि के साथ अर्चकों ने मां गंगा की आरती की।
पौराणिक मान्यता के मुताबिक आज के दिन काशी के गंगा घाट पर देवता स्वयं आतकर दीपदान करते है। देव.दीपावली हो और पटाखे न चलायें जायें यह भी संभव नही है, इसलिए काशी विश्वनाथ धाम के गंगा द्वार के सामने हुआ फायर क्रैकर शो का आयोजन हुआ।
देव दीपावली के अद्भुत और अलौकिक सौंदर्य को निहारने के लिए पर्यटकों का वाराणसी के घाटों पर पहुचने का सिलसिला सोमवार की सुबह से ही शुरू हो गया था, बस इंतजार था कि सूर्य की रोशनी मध्यम हो और वह देव-दीपावली पर्व के साक्षी बने।
जैसे जैसे सूरज अस्त हुआ लोगों की भीड़ बढ़ती ही गई। लोगों ने गंगा तट के सहारे बनी सीढियों पर नीचे की तरफ उतरते हुए दीपक प्रकाशित किये। छोटे-छोटे दीपक मानों ऐसे लग रहे है जैसे असंख्य तारे गंगा के घाट पर उतर आयें हैं, गंगा घाट की इस अनुपम छवि सैलानियों को अपनी तरफ खींच रही थी।
काशी विश्वनाथ धाम में देव दिवाली के मौके पर दीपो से राम मंदिर की आकृति सजोते हुए जय श्रीराम लिखा गया।
शिव स्त्रोत की मधुर ध्वनि कानों में रस घोलने के साथ वातावरण को मनोरम बनख रही थी। काशी के सभी घाटोन को 21 लाख दीपो से सजाकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया गया है। जहां एक तरफ पक्के घाटों को सजाया गया वही दूसरी तरफ रेत पर असंख्य दीपों की श्रृंखला सजोयी गयी।
देव दीपावली पर्व पर संध्या होते ही चेत सिंह घाट पर एक लेजर शो का आयोजन हुआ, जिसे देखकर वहां मौजूद लोग प्रसन्न नजर आयें। गंगा घाटों की मनोहारी छवि को देखकर वहां मौजूद हर व्यक्ति इस अनूठे क्षण को अपनी स्मृति के साथ कैमरे में उतारने को आतुर नजर आ रहा था। गंगा घाट पर परांपरागत तरीके से पूजा-अर्चन वहां मौजूद लोगों के दिलों में सालों जीवित रहेगा।