मंगलवार, 22 जुलाई 2025
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Written By भाषा

कुतुब मीनार दूसरा लोकप्रिय स्मारक

पर्यटन
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नई दिल्ली, पर्यटक दिल्ली आए और कुतुब मीनार को भूल जाएँ ऐसा कम ही होता है। हाल ही में जारी हुए वर्ष 2009 के आँकड़े इस बात के गवाह हैं कि पर्यटक की सूची में भारत की वैश्विक पहचान ताज महल के बाद दिल्ली की शान कुतुब मीनार के दर्शन का नंबर आता है।

विश्व विरासत की सूची में शामिल दिल्ली की तीन स्मारकों में से एक कुतुब मीनार में पर्यटकों के आने का सिलसिला जारी है। सूची में शामिल यह एकमात्र स्थल है जहाँ पर गत वर्ष की तुलना में पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है।

हालाँकि मुगल काल की शान कहे जाने वाला लाल किला और हूंमायूं के मकबरे के राजस्व में गिरावट आई है। कुतुब मीनार ने 10.41 करोड़ राजस्व के साथ आगरा के किले (9.25 करोड़ राजस्व) को पीछे छोड़कर दूसरे स्थान पर कब्जा कर लिया।

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मुगल बादशाह शाहजहाँ द्वारा अपनी पत्नी की याद में बनवाए गए प्रेम के प्रतीक ताजमहल ने गत वर्ष 14.87 करोड़ रूपए अर्जित किए। यह वर्ष 2008 हुई आय से 2.5 करोड़ रूपए कम है ।

संस्कृति मंत्रालय के ताजा आँकड़ों के मुताबिक 16 महत्वपूर्ण ऐतिहासिक स्थलों की कमाई में वर्ष 2008 की अपेक्षा 16 करोड़ की गिरावट आई है। माना जा रहा है कि मुंबई आतंकवादी हमले तथा मंदी की वजह से पर्यटकों के आगमन में गिरावट आई है।

ऐसे समय में जब ताजमहल सहित ज्यादातर ऐतिहासिक स्थलों के आय में गिरावट आई हैं उस दौरान कुतुब मीनार कुछ ऐसे स्मारकों में शामिल है जिनकी आय में बढ़ोत्तरी हुई है । वर्ष 2008 की तुलना में कुतुब मीनार की आमदनी 13.58 करोड़ की वृद्धि हुई है । भारतीय पुरातत्व विभाग के अधिकारियों ने कहा, ‘कुतुब मीनार कई तरह से दिल्ली को प्रदर्शित करता है। यह एक ऐसा स्थान है जहाँ सभी प्रकार के पर्यटक समान रूप से जाते हैं जबकि हुंमायूं के मकबरे पर ज्यादातर विदेशी पर्यटक जाते हैं।’

उन्होंने आरोप लगाया कि लाल किले के पास पार्किंग की सुविधा नहीं होने के कारण पर्यटकों को असुविधा होती है इसलिए वे वहाँ जाने से कतराने लगे हैं। इसके अलावा लाल किला सोमवार को बंद रहता है जबकि कुतुब मीनार सातों दिन खुला रहता है।

गत वर्ष एलोरा और एलिफैंटा की गुफाओं, तथा सांची के बुद्ध स्थलों पर पर्यटकों का आवागमन बढ़ा है ।