टोक्यो जाने से पहले पुरुष और महिला टीमों ने खेला आखिरी प्रैंक्टिस मैच (वीडियो)
इस बार जिस खेल से ज्यादातर को मेडल से उम्मीद है वह है हॉकी। ओलंपिक रवाना होने से पहले पुरुष और महिला टीमों ने आज अपना आखिरी प्रेक्टिस सेशन पूरा किया। पुरुष टीम ने अपना आखिरी प्रैक्टिस मैच खेला जिसकी एक झलक स्पोर्ट्स अथोरिटी ऑफ इंडिया ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर डाली।
वहीं महिला टीम का आखिरी प्रैक्टिस सेशन भी आज ही था। कप्तान रानी रामपाल ने अपने ट्विटर हैंडल पर कुछ तस्वीरों के साथ यह लिखा कि- टोक्यो के लिए निकलने से पहले बैंगलोर में यह हमारा आखिरी ट्रेनिंग सेशन था। इस बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयारी कराने के लिए सभी का धन्यवाद।
चौथे और 10 वें पर है पुरुष और महिला टीमें
पिछले महीने की अंतिम रैंकिंग के आधार पर भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) की रैंकिंग में क्रमश: चौथे और 10वें स्थान पर बनी हुई हैं।
ऑस्ट्रेलिया 2513.67 अंक के साथ पुरुषों की विश्व रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंच गया है। उसने न्यूजीलैंड के खिलाफ एफआईएच हॉकी प्रो लीग और टेस्ट श्रृंखला में अच्छे प्रदर्शन के दम पर शीर्ष स्थान हासिल किया।भारत चौथे (2223.45) और जर्मनी (2163.57) पांचवें स्थान पर है। जर्मनी ने हालांकि अपने और भारत के बीच अंकों का अंतर कम कर दिया है।
महिला रैंकिंग में शीर्ष में कोई बदलाव नहीं हुआ है। नीदरलैंड शीर्ष पर बना हुआ है जबकि अर्जेंटीना दूसरे स्थान पर है। जर्मनी पांचवें से तीसरे स्थान पर पहुंच गया है। आस्ट्रेलिया चौथे और इंग्लैंड पांचवें नंबर पर है। न्यूजीलैंड, स्पेन, बेल्जियम, आयरलैंड और भारत शीर्ष 10 में शामिल अन्य टीमें हैं।
भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह का मानना है कि कई अवसरों पर भारतीय टीम की जीत के नायक रहे गोलकीपर पीआर श्रीजेश की मैदान पर उपस्थिति ही खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ाने के लिये पर्याप्त है।
भारतीय हॉकी टीम को तोक्यो ओलंपिक खेलों में पदक का प्रबल दावेदार माना जा रहा है और इसका एक कारण केरल के अनुभवी गोलकीपर श्रीजेश की टीम में मौजूदगी भी है।
भारतीय पुरुष टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने हाल ही में मीडियाकर्मियों से वर्चुअल बातचीत में कहा , वह (श्रीजेश) हमेशा मेरा मनोबल बढ़ाते रहते हैं। उनकी मौजूदगी से मेरा और टीम का आत्मविश्वास बढ़ता है। असल में हम सभी का विश्वास है कि हमारे पास गोलकीपर के रूप में श्रीजेश है।
कोविड-19 के कारण भारतीय टीम को मैच खेलने का अधिक मौका नहीं मिला है लेकिन मनप्रीत का मानना है कि मुख्य टीम में पिछले कुछ वर्षों से खास बदलाव नहीं हुए हैं जिसका उसे फायदा मिलेगा।
उन्होंने कहा, असल में पिछले तीन - चार वर्षों में हमारी टीम में कोई बदलाव नहीं हुआ है। स्ट्राइकर अनुभवी हैं और अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और इसलिए उनका चयन किया गया। हमारी अग्रिम पंक्ति महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी और गोल करेगी।
मनप्रीत का यह तीसरा ओलंपिक है जबकि कई खिलाड़ी दूसरी बार ओलंपिक में हिस्सा लेंगे और कप्तान को उम्मीद की उनकी अनुभवी टीम इसमें अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रहेगी।
उन्होंने कहा, यह मेरा तीसरा ओलंपिक है। जब आप ओलंपिक में अपने देश का प्रतिनिधित्व करते हो तो वह बहुत बड़ा सम्मान होता है। मैं एक कप्तान के रूप में वास्तव में उत्साहित हूं। हमारे पास अनुभवी टीम है जिसमें हरमनप्रीत सिंह, बीरेंद्र लाकड़ा, रूपिंदर पाल जैसे अनुभवी खिलाड़ी हैं। हम सभी ओलंपिक को लेकर उत्साहित हैं।
भारतीय महिला हॉकी टीम की कप्तान रानी रामपाल ने हाल ही में ऑनलाइन प्रेस मीट में कहा कि उनकी टीम फिटनेस के मामले में यूरोपीय टीमों से कम नहीं है और वह तोक्यो ओलंपिक खेलों में किसी भी सर्वश्रेष्ठ टीम को कड़ी चुनौती देने के लिये तैयार है।
रानी ने हाल ही में हुए वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, कोई भी टीम रातों रात चैंपियन नहीं बनती। इसके लिये कहीं न कहीं से शुरुआत करनी होती है। हम भी इस प्रक्रिया का हिस्सा हैं। कोचिंग और स्टाफ इस दिशा में काम कर रहा है।
उन्होंने कहा, इससे पहले लोगों को लगता था कि हमारा यूरोपीय टीमों से कोई मुकाबला नहीं है। यदि आप पिछले चार पांच वर्षों में हमारी टीम पर गौर करो तो फिटनेस के लिहाज से हमारी टीम किसी भी अन्य टीम से कम नहीं है।