दुबई: यह सुनने में भले ही थोड़ा अजीब लगे लेकिन न्यूजीलैंड क्रिकेट ने पूर्व तेज गेंदबाज शेन बांड को टी20 विश्व कप के दौरान विशेष तौर पर राष्ट्रीय टीम के स्पिनरों के साथ काम करने के लिये नियुक्त किया है।
दिलचस्प बात यह है कि शेन बॉंड विश्वक्रिकेट के उन तेज गेंदबाजों में गिने जाते हैं जो अपनी रफ्तार के लिए मशहूर थे। विश्वकप 2003 में उन्होंने एक मैच में ऑस्ट्रेलिया के धुरंधर बल्लेबाजों को अपनी तेजी से परेशान किया था और 5 विकेट चटकाए थे। लेकिन उनका स्पिन गेंदबाजों की कोचिंग करना अविश्वसनीय सी बात लगती है।
बांड चौथे कोच के रूप में टीम के साथ रहेंगे। वह टीम के स्पिनरों के साथ काम करते हुए गेंदबाजी कोच शेन जर्गेनसेन की मदद करेंगे।
न्यूजीलैंड के मुख्य कोच गैरी स्टीड ने न्यूजीलैंड क्रिकेट से कहा, वह विशेष तौर पर स्पिन गेंदबाजों के साथ काम कर रहे हैं। जब आप गेंदबाजों की बड़ी संख्या देखते हो तो यह अच्छा है। इससे शेन (जर्गेनसेन) को मदद मिलेगी।
उन्होंने कहा, वह विशेष रूप से स्पिनरों के साथ काम कर रहे हैं और रणनीति तय कर रहे हैं। मुंबई (इंडियन्स) के (इंडियन प्रीमियर लीग से) बाहर होने के बाद बांड टीम से जुड़ गये हैं।
बांड मुंबई इंडियन्स के गेंदबाजी कोच भी हैं।स्टीड को विश्वास है कि उनकी टीम के मुख्य बल्लेबाज केन विलियमसन पाकिस्तान के खिलाफ 26 अक्टूबर को होने वाले टीम के पहले मैच से पूर्व फिट हो जाएंगे। पिछले सप्ताह आईपीएल मैच के दौरान विलियमसन की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था।
विलियमसन सनराइजर्स हैदराबाद की तरफ से आखिरी लीग मैच नहीं खेल पाये थे लेकिन स्टीड ने कहा कि उनकी चोट चिंताजनक नहीं है।उन्होंने कहा, केन फिट है। उनकी मांसपेशियों में हल्का खिंचाव है, लेकिन अब वह अच्छा महसूस कर रहा है। उनकी टीम (सनराइजर्स हैदराबाद) भी प्रतियोगिता से बाहर हो चुकी थी और मैं पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि उनके नहीं खेलने का एक कारण यह भी रहा होगा।
विलियमसन आईपीएल के बाद न्यूजीलैंड की टीम से जुड़ गये हैं। आईपीएल से जो अन्य खिलाड़ी टीम से जुड़े हैं उनमें जेम्स नीशम और एडम मिल्ने भी शामिल हैं।
टी-20 विश्व कप 2010 के बाद लिया था संन्यास
वेस्टइंडीज में टी-20 विश्व कप 2010 में शिरकत के बाद लौटने पर इस तेज गेंदबाज ने एक बयान में कहा था कि मुझे पता है कि संन्यास लेने के लिए यह सही समय है। न्यूजीलैंड की ओर से खेलते हुए मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।
अपने करियर के दौरान चोटों की समस्या से जूझते रहे इस तेज गेंदबाज ने न्यूजीलैंड की ओर से 18 टेस्ट खेलने के बाद साल 2009 दिसंबर में टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
उन्होंने कहा था कि मुझे इस जुड़ाव की कमी खलेगी क्योंकि ऐसे खिलाड़ियों के साथ खेलना गर्व की बात है जो न्यूजीलैंड के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में अपना अंतरराष्ट्रीय करियर शुरू करने वाले बांड दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक रहे।
उन्होंने अपने टेस्ट करियर में 18 मैचों में 22.09 की औसत से 87 विकेट चटकाए जबकि 82 एकदिवसीय मैचों में उन्होंने 20.88 की औसत से 147 विकेट हासिल किए। ट्वेंटी20 के 20 मैचों में उनके नाम 21.72 की औसत से 25 विकेट दर्ज हैं।
बांड 2008 में एकदिवसीय क्रिकेट में दुनिया के नंबर एक गेंदबाज बने और उन्होंने अपने करियर का अंत पाँचवें नंबर के गेंदबाज के रूप में किया।